राज्य
28-Apr-2024
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एनआईए तलाश में जुटी, कबाड़ी के दफ्तर और गोदाम में चला बुल्डोजर जबलपुर, (ईएमएस)। गत गुरुवार २५ अप्रैल की दोपहर १२ बजे अधारताल थाना क्षेत्र के खजरी खिरिया बायपास के समीप शमीम कबाड़ी के कबाड़खाने में हुए भयंकर विस्फोट की घटना के बाद लापता लोगों का कोई सुराग नहीं मिला। कहा जा रहा है कि घटना के वक्त विस्फोट स्थल पर काम कर रहे दो कर्मचारी इसकी चपेट में आए और उसके बाद से उनका कोई पता नहीं चल रहा। कबाड़खाने के मेन गेट में लगे सीसीटीव्ही वैâमरे को खंगालने के बाद पुलिस इस नतीजे पर पहुंची है कि घटनास्थल के पास से वेयर हाउस की दीवाल ने पूरा धमाका झेल लिया और गिर गई। जो दीवाल के इस पार थे वे बाल-बाल बच गए। इस मामलें में पुलिस ने जांच के लिए एसआईटी (स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम) गठित कर दी हैं। रविवार को जिला प्रशासन, नगर निगम और पुलिस की टीम ने शमीम कबाड़ी के आफिस और गोदाम में सामने के स्ट्रक्चर में बुल्डोजर चलाकर ध्वस्त कर दिया। शमीम कबाड़ी अभी फरार है। रजा मेटल्स इंड्रस्टी के संचालक और शमीम के पुत्र फहीम खान और उसके पार्टनर सुल्तान को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने एक मई तक दोनों आरोपियों को रिमांड पर लिया गया है उनसे पूछताछ की जा रही है। एनएसजी (नेशनल सिक्योरिटी गार्ड) जांच कर दिल्ली लौट गई है जो वरिष्ठ अधिकारियों को अपनी रिपोर्ट देगी। वहीं दूसरी ओर एनआईए जांच में जुटी हुई है। पांच सदस्यी टीम मामलें की बारीकी से जांच पड़ताल कर रही है। दो लोगों की जान जाने की आशंका............... घटना के चार दिन बीत जाने के बाद यह आशंका बनी हुई है कि इस हादसे में दो लोग जान गवां बैठे है हालांकि अभी इसकी पुष्टि नहीं की जा चुकी है। काम करने वालें दो कर्मचारी भोला और खलील घटना के बाद से लापता है। घटनास्थल के आसपास से मिले मानव अंगों के अवशेष मेडीकल में सुरक्षित रखा दिए गए है उसकी डीएनए और फॉरेसिंक जांच के बाद ही कुछ पता चलेगा। फिलहाल पुलिस यह मानकर चल रही है कि दो लोग इस हादसे में जान गवा बैठे है। शमीम के कारखाने के बाहर लगे मेन गेट की फुटेज देखने के बाद पुलिस इस निष्कर्ष में पहुंची है कि आने जाने वालें लोग घायल नहीं हुए है बल्कि वे हादसे की विपरित दिशा में थे और उनके बीच में एक मजबूत दीवार थी जो भसक गई जिससे लोग बच गए। शमीम के ऑफिस और गोदाम में चला बुल्डोजर................. एक तरफ जहां विस्फोट कांड की जांच चल रही है वहीं दूसरी तरह शमीम कबाड़ी के भाई सलीम खान के घर बुल्डोजर चलाने के बाद घिरे प्रशासन ने रविवार को शमीम कबाड़ी के आफिस और गोदाम की ओर रुख किया। रविवार अवकाश के दिन नगर निगम, जिला प्रशासन और पुलिस के संयुक्त अमले ने खजरी खिरिया स्थित शमीम कबाड़ी के दफ्तर और गोदाम में के स्ट्रक्चर पर बुल्डोजर चलाकर ध्वस्त कर दिया। एसआईटी गठित.................... इस पूरे मामलें की जांच के लिए स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (एसआईटी) का गठन कर दिया है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीमति सोनाली दुबे के नेतृत्व में यह टीम जांच करेगी और पूरे मामलें का परीक्षण पुलिस अधीक्षक आदित्य प्रताप करेंगे। सूत्रों का कहना है कि एसआईटी के एआईजी पीएचयू के मुख्यालय से जबलपुर आ सकते है। गौरतलब है कि जबलपुर के तत्कालीन एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा एसआईटी के एआईजी है। शमीम की तलाश में छापेमारी................ फरार कबाड़ी शमीम खान की तलाश में पुलिस विभिन्न स्थान पर छापेमारी कर रही है। उधर तीसरे दिन भी एनडीआरएफ, एनआईए, और एसआईटी की टीमें घटनास्थल पर लगातार जांच में जुटी हुई है। नेशनल सिक्योरिटी गार्ड ने स्व्रैâप खरीदी टेंडर के मामलें में शमीम के पार्टनर सुल्तान अली से पूछताछ की उसके बाद टेंडर खरीदी अनुबंध और सुरक्षा संस्थान से निकासी के सभी दस्तावेज मांगे है। एनआईए जांच में जुटी................ सूत्रों की माने तो बाप-बेटे, दोनों ही खतरनाक कबाड़ को नष्ट करने का काम कर रहे थे। इन कबाड़ में कई ऐसे कलपुर्जे थे, जो पूरी तरह से नष्ट नहीं हुआ। इन्हें खमरिया और आमला फैक्ट्री से खरीदा जा रहा था। जांच एजेंसी को शक है कि इन कलपुर्जे का उपयोग हथियार बनाने में किया जा रहा था। इतना ही नहीं सूत्र बताते हैं कि विस्फोट में बोफोर्स तोप का बम या एयरक्राफ्ट का बम फटा, लेकिन इसे कहां से लाया गया और यह सक्रिय था या निष्क्रिय, यह जांच का विषय है। जांच टीम ने जिला प्रशासन और पुलिस को अपनी जांच से दूर रखा है। उन्हें शक है कि इनमें कई ऐसे लोग भी शामिल हो सकते हैं, जो जांच को प्रभावित करें या फिर उनके परिणाम की जानकारी सार्वजनिक कर दें। शमीम कबाड़ी पर दर्ज है दो दर्जन एफआईआर................. कबाड़ीr में बम विस्फोट के मुख्य आरोपी शमीम खान के खिलाफ जबलपुर, उमरिया, कटनी, नरसिंहपुर, सागर जिले में २४ एफआईआर दर्ज है। १९९५ में उसके खिलाफ धोखाधड़ी की पहली एफआईआर गोहलपुर थाने में दर्ज हुई थी। जिसके बाद वह लगातार आपराधिक गतिविधियाें में लिप्त रहा। चोरी, डकैती, रेल संपत्ति की चोरी, आपराधिक षडयंत्र जैसे मामलों में पुलिस उसे आरोपित बना चुकी है। उसके खिलाफ जबलपुर के गोहलपुर थाना में धोखाधड़ी, हत्या का प्रयास, मारपीट, आर्म्स एक्ट, सट्टा एक्ट, लूट तथा सिविल लाइन में धोखाधड़ी, आरपीएफ थाना जबलपुर में आरपीएफ एक्ट के कई मामले, उमरिया जिला के पाली थाना में चोरी, आरपीएफ एक्ट, धोखाधड़ी, टेलीग्राफ एक्ट के छह प्रकरण, सागर के बहेरिया थाना में चोरी के दो प्रकरण, कटनी के आरपीएफ थाना में आरपीएफ एक्ट, नरसिंहपुर के गोटेगांव थाना में डकैती, चोरी, आपराधिक षडयंत्र, जबलपुर के अधारताल थाना में ईसी एक्ट, चोरी, धमकी आदि घटनाओं की एफआईआर दर्ज की गई थी। सुनील // मोनिका // २८ अप्रैल २०२४ // ५.४९