क्षेत्रीय
29-Apr-2024


मुंबई, (ईएमएस)। मुंबई में महानगरपालिका और रेलवे परियोजनाओं के लिए 450 पेड़ों को काटने का प्रस्ताव है। बताया गया है कि ईस्टर्न फ्रीवे की मौजूदा सर्विस रोड को चौड़ा करने के लिए 382 ​​पेड़ों को हटाना होगा। इनमें 316 पेड़ काटे जाएंगे और 66 पेड़ दोबारा लगाए जाएंगे। जबकि गोरेगांव-बोरीवली छठे रेल मार्ग के लिए जहां 130 पेड़ों को काटने का प्रस्ताव है, वहीं कांदिवली में प्रस्तावित लालजीपाड़ा पुल के लिए 4 पेड़ों को काटने का प्रस्ताव है। मालूम हो कि एक ओर जहां मुंबई में वृक्ष संपदा को बचाने और संरक्षण के लिए मनपा द्वारा किए जा रहे प्रयासों के चलते मनपा 2023 में लगातार तीसरे साल वर्ल्ड ट्री सिटी पुरस्कार जीतकर अपनी पीठ थपथपा रही है, वहीं दूसरी ओर, नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के साथ मिलकर शहर में घटती हरियाली को लेकर महानगरपालिका को नोटिस जारी किया है. इसके मद्देनजर मुंबई में सरकार की विभिन्न परियोजनाओं के लिए सैकड़ों पेड़ों को काटे जाने का प्रस्ताव है. ईस्टर्न फ्रीवे पर भक्ति पार्क से जीजामाता चौक तक 4 किमी की सर्विस रोड प्रस्तावित है। यह सड़क विस्तार दया शंकर मार्ग और मुंबई पोर्ट ट्रस्ट के बीच प्रस्तावित है। मनपा इस प्रोजेक्ट पर 62 करोड़ रुपये खर्च करने जा रही है। पहले इस सड़क का रखरखाव एमएमआरडीए द्वारा किया जाता था। चूंकि ईस्ट फ़्रीवे को 2015 में एमएमआरडीए से महानगर पालिका को सौंप दिया गया था, अब इस मार्ग की ज़िम्मेदारी मनपा के पास आ गई है। इस मार्ग पर पुल के नीचे ईस्टर्न फ्रीवे के समानांतर एक नई सर्विस रोड जोड़ी जाएगी। मौजूदा सड़क की चौड़ाई 40 मीटर है और इसे 60 मीटर करने का प्रस्ताव है. इसके लिए 382 ​​पेड़ों को हटाया जाना है. इनमें से 316 पेड़ काटे जाएंगे और 66 पेड़ दोबारा लगाए जाने का प्रस्ताव है। इससे जुड़े प्रस्ताव में जानकारी दी गई है कि कांदिवली पश्चिम, लिंक रोड पर लालजीपाड़ा पुल के लिए चार पेड़ों को काटा जायेगा. इस संबंध में पूछे जाने पर मनपा के पार्क अधीक्षक जीतेंद्र परदेशी ने कहा कि वे इस मामले में जानकारी ले रहे हैं. - रेलवे के लिए 357 पेड़ों की बलि? हार्बर रूट पर गोरेगांव से बोरीवली के बीच छठे रेल लाइन का काम तेजी से चल रहा है। इस काम के अलावा, पश्चिम रेलवे के मुख्य अभियंता (निर्माण) ने मलाड पूर्व और पश्चिम की ओर पेड़ों की कटाई के लिए दो प्रस्ताव तैयार किए हैं। बताया गया है कि पूर्व में 130 और पश्चिम में 227 पेड़ हटाने हैं. यह स्पष्ट नहीं है कि यह प्रस्ताव मुद्रण संबंधी त्रुटि है या इसमें पेड़ों को काटने का प्रस्ताव है. पर्यावरणविद जोरू बथेना ने इस बारे में एक्स पर पोस्ट करते हुए सवाल किया कि मलाड पूर्व और पश्चिम दोनों तरफ से इतना पेड़ काटना कैसे संभव है ? स्वेता/संतोष झा- १०.४०/२९ अप्रैल/२०२४/ईएमएस