राष्ट्रीय
02-May-2024


-शुरुआती जांच में आईएसआई या चीन का हाथ होने की आशंका नई दिल्ली,(ईएमएस)। दिल्ली-एनसीआर के स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी भरा ईमेल भेजने के लिए रूस के वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क (वीपीएन) का उपयोग किया गया है। जिस डिवाइस यानी फोन, लैपटॉप या कंप्यूटर से इसे भेजा गया है, उसके आईपी एड्रेस का भी पता लगाया जा रहा है। पुलिस अफसरों ने बताया कि इंटरनेट तो रूसी है, लेकिन इसका इस्तेमाल दुनिया के किसी भी कोने से किया जा सकता है। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को इस पूरे मामले की जांच सौंपी है। पुलिस मामले में आरोपियों पर आईटी एक्ट और आईपीसी की दूसरी धाराएं भी लगा सकती है। पुलिस ने बताया कि दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने जांच शुरू कर दी है। धमकी वाला ई-मेल जिस आईडी से भेजा गया है। पुलिस को शक है कि इसमें आईएसआई या चीन का हाथ हो सकता है। मेल में सवारीइम एक अरबी शब्द है, जिसका मतलब तलवारें टकराना है। इसे इस्लामिक स्टेट(आईएस) 2014 से इस्तेमाल कर रहा है। अभी जांच शुरुआती दौर में है, इसलिए ये पुख्ता तौर पर नहीं कहा जा सकता है कि ये ई-मेल आईएस ने भेजा है। धमकी भरा ई-मेल भेजने के लिए प्रॉक्सी एड्रेस का प्रयोग हुआ है। जांच एजेंसी के लिए आरोपियों तक पहुंचाना आसान नहीं है। दरअसल, ये साजिश सोच-समझकर रची गई है। बुधवार सुबह 4 बजे से दिल्ली-एनसीआर के स्कूलों को मेल भेजने का सिलसिला शुरू हुआ जो सुबह 6 बजे तक जारी रहा। आशंका जताई जा रही है कि रूसी वीपीएन का जिस आईपी एड्रेस के डिवाइस में इस्तेमाल किया गया है उसे साजिशकर्ताओं ने नष्ट भी कर दिया होगा। इसलिए पुलिस को इस मामले की जांच में काफी मुश्किलें आ सकती हैं। साइबर एक्सपर्ट्स ने बताया कि जियो स्पूफिंग के जरिए किसी भी देश के वीपीएन को किसी भी देश में बैठ कर चुना जा सकता है। इससे आईपी एड्रेस को भी बदल सकते हैं। लोकेशन को बदला जा सकता है। स्कूलों को मेल जिस रूसी ईमेल सर्विस से आया है वह हाल ही में यूक्रेन की सेना के आईटी विभाग ने इस सर्विस को निशाना बनाया था और इसे बंद करवा दिया था। जांचकर्ता इस पर विचार कर रहे हैं कि शायद किसी छात्र या छात्रों के ग्रुप ने शरारत की हो और उन्होंने अपना आईपी एड्रेस छिपाने के लिए इस तरह के तरीके इस्तेमाल किए हों। इसके अलावा वे दूसरे पहलुओं को भी जांच रहे हैं। यह भी पता लगाया जा रहा है कि इस मामले में किसी हैकर ग्रुप का हाथ तो नहीं है। पुलिस सभी तथ्यों को सामने रख कर जांच आगे बढ़ा रही है। सिराज/ईएमएस 02मई24