लेख
04-May-2024
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जीतू इत्तो खोड्लो तो नि हे तू , कि घर में भी जी और जीजी के एसो बोले....कां मारि गई थारी मति, कई बोलि रियो न कई समझि रियो, सोच तो सई रे जीतू.... पेला तो उके चासनी न कई कई बोलि दियो न जदै बात बिगड़ती देखी तो सफई लगानें लगी ग्यो, न सफई भी कसी कि और लजवईने वाली.... कई बोलि रियो बड़ी बहन हे, मतलब जीजी न बहन मां समान होय मतलब जी जसी, ऐसीज लगई रियो नि सफई..... सोच तो सई कई बोलि रियो, जीजी और जी के असोज बोले कई... बता जवाब दे, कि जी के और जीजी के असोज बोलें, सोच न समझ कई बोलि रियो तू पेला तो चासनी वासनी बोलि के न रायतो फैलई दियों.... ने अब समेटने में उके जीजी (बहन) जैसी बतई नि कई रियो कि जीजी तो जी (मां) जैसी होय तो बता, ज्ञान कर, जीजी के ऐसों बोले कई, तू तो कई पूरा गांव में न इन्दोर तलक भी, कोई भी नि बोलै अपनी जीजी ने ऐसो। का से सिख्या ऐसा खोड्ला (बुरा) बचन अपणी मालवा की माटी ने तो कदी नि सिखायो कि जीजी और जी के असो चासनी वासनी जसो कई बोल्यो जाएं।.... ऐसो खोड्लो ( बुरो) तो नि थो तू... थारे दो दो बार विधायक बनई ने बिठायो, जद भी थारा असाज बोल बचन चालू हुई ग्या था, आज तक लोग होन थारो नाम लई लई ने बोले हे कि.... अई जाओ रे तमारी......पन चलो उ दोस्त भाइला होन की बात थी, रफा दफा हुईगी पर या चासनी कि कई सूझी थारे, विधायक हारिने चीफ बनायो तो तू तो चांद पे पोंच गियो ऐसो समझ के चांद का चक्कर लगाने लग्यो उतरी जा रे दादा न याद रख, कि इत्तो खोड्लो (बुरों) नि हे तू गलती हुई जाए तो माफी मांगी ले,..... कई नि घटेगो .... उने भी मांगी कि नि कोरट में जई के ऊ भी थारो जसोज ही बोल बचन बोली रियो थो.... हां वो राहुल गांधी....म्हारे तों लागे उसेज सिख्यो तू, नि तो तू तो इत्तो खोड्लो नि थो, ... उने भी कइ को कई बोल्यो न फिर कोरट में माफी मांग, तों समझ, न सबसे पैल्या तो यई समझ, कि पेला तो वा चासनी वाली गलती करी वा बीस की गल न उसके उपर से यो बोलके उपै इक्कीस की चोट कर दी कि बहन हे जीजी समान तो सोच न बता जीजी के ऐसो बोले।..... अब ऊ जीजी ने रिपोटा रिपोट करवई दी थारे खिलाफ कई करेगो तू अब.... अब तो तू विधायक भी नि हे, अधक्ष हे, तो उसे कई होय, कोई संवैधानिक पद थोडी कही से भी उठईके लई जाएगी थारे पुलिस उको तो हक बन ग्यो रिपोट के बाद, कई नि कर सकेगो तू भरी सभा, चलती बैठक.... कहीं से भी उठईलैगी थारे पुलिस, सभंलके रैजे अब न ऐसों उलटो सीधो मत बोलजे क्योंकि वा डबरा पुलिस है ग्वालियर भिंड की..... कई भी नि देखेगी वां, भरा बजार से थारे टांगा टोली कर उठई लई जाएगी तैयार रिजे.....थारी जीजी ने करई है रिपोट जिके तू बड़ी बहन मान न बड़ी बहन मां समान बतई रियो थो। रिपोर्ट डाली थारे उपर, समझिगियो कि नि समझ्यो.... म्हारो काम तो बयानों बतई दियो... न अब तू जा छत पे न ऐकलो सोच, नि तो सइकल निकालीके उपे बैठ न चलाता चलाता, सोच न बता कि तू जीजी के भी ऐसोज ही बोले कई म्हारे तो इ बात को भोत अचरज हुई रियो न बार बार एक ही बात माथा पे चढ़ी रि कि इत्तो खोड्लो तो नि थो तूं। आनन्द पुरोहित/ 04 अप्रैल 2024