राज्य
06-May-2024


नई दिल्ली (ईएमएस)। काशी विश्वनाथ व वाराणसी के भैरोनाथ तथा उज्जैन स्थित ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर की तरह दिल्ली के कनॉट प्लेस स्थित ऐतिहासिक हनुमान मंदिर के गर्भगृह में हफ्ते के कुछ दिन भक्तों के प्रवेश पर रोक का विचार हो रहा है। ऐसा, मंगलवार व शनिवार को बड़ी संख्या में आने वाले भक्तों की सुरक्षा व सुविधा के मद्देनजर है। उन्हें इन दिनों में दूर से भगवान हनुमान के दर्शन पूजन की सुविधा मिलेगी। इसी तरह, मंदिर में प्रवेश व निकास द्वार को अलग-अलग करने तथा बुजुर्ग व अशक्त भक्तों की सुविधा के लिए रैंप बनवाने पर भी मंदिर प्रबंधन आगे बढ़ रहा है। वैसे, हाल ही में मंदिर के मुख्य परिसर में भक्तों के प्रवेश को लेकर कुछ बदलाव किए गए है। बैरिकेडि्ंग लगाकर भक्तों के प्रवेश और निकासी को पृथक करने तथा सामने की जगह दाएं तरफ की द्वार से गर्भगृह में भक्तों को प्रवेश दिया जा रहा है। तब भी स्थिति में ज्यादा सुधार नहीं आया है मान्यता है कि इस मंदिर की स्थापना पांडवों ने की थी। संत तुलसीदास ने इस मंदिर में हनुमान का दर्शन कर इस स्थल पर हनुमान चालीसा की रचना की थी। इसकी वर्तमान इमारत आमेर के महाराजा मान सिंह प्रथम ने बनवाई थी, जिसका विस्तार महाराजा जयसिंह द्वितीय ने जंतर-मंतर के साथ ही करवाया था। इस मंदिर में दिल्ली-एनसीआर के भक्तों की बड़ी श्रद्धा है। आम लोगों के साथ ही पूर्व राष्ट्रपति, मुख्यमंत्री व केंद्रीय मंत्री भक्त हनुमान के दर्शन के लिए आते हैं। मंदिर प्रबंधन से जुड़े लोगों के अनुसार, अयोध्या मंदिर में भगवान राम के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा के साथ से राम भक्त हनुमान के प्रति भक्तों में श्रद्धा के साथ उनकी मंदिरों में आने में रूचि बढ़ी है। स्थिति यह कि हनुमान मंदिर में मंगलवार, शनिवार और रविवार को पहले की तुलना में पांच गुना तक बढ़ोत्तरी देखी जा रही है। जिसके चलते बड़े बदलावों पर विमर्श तेज है। अजीत झा/ देवेन्द्र/नई दिल्ली/ईएमएस/06/मई/2024