राज्य
07-May-2024
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* पड़ोसी जिले के तालाब और नालों में हुआ जल भराव कोरबा कोरबा जिले में स्थापित मिनीमाता हसदेव बांगो परियोजना के बांध का पानी नहर से नदी नाले में भरने से ग्रामीणों की निस्तारी की समस्या दूर हो गई है। वहीं सिंचाई के लिए भी लोगों को पानी मिल रहा है। मालखरौदा ब्लाक के ग्राम घोघरी, बरभाठा, कवलाझर व तेंदुमुड़ी में निस्तार की समस्या शुरू हो गई थी। लगातार नहर में पानी छोडऩे की मांग की गई थी। क्योंकि पड़ोसी जिले के घोघरी बगान नाला में एक बूंद पानी नहीं था जबकि पूरा बगान नाला सूख गया था। जिस कारण आम बाजार एवं मवेशी बाजार में आने वाले ग्रामीण एवं मवेशियों को बूंद-बूंद पानी के लिए तरसना पड़ रहा था। अब नहर का पानी बगान, नाला, घोघरी एवं पोखरी तालाब में भर रहा है ग्राम तेंदुमुड़ी मवेशी बाजार को राहत मिली है। ग्रामीणों की नहाने की समस्या दूर हो गई है। साथ ही बगान नाला में पानी लबालब भरने से मवेशियों एवं पशु-पक्षियों को भी पानी का सहारा मिल रहा है। नहर के पानी से नदी, नाले, पोखर में पानी भरने से बच्चे मौज-मस्ती कर नहा रहे हैं। इस भीषण गर्मी में बच्चे नदी में नहाते हुए आनंद ले रहे हैं। डभरा क्षेत्र के ग्राम ठनगन, छुहीपाली, खोंधर, खैरा, कोटमी, धुरकोट, गोबरा, फरसवानी, कुसमुल सहित सभी गांवो में नहर विभाग के अधिकारियों द्वारा पानी पहुंचाया जा रहा है गांवो के तालाब पोखरी को भरा जा चुका है। लोगों की निस्तारी की समस्या दूर हो रही है। वहीं नहर का पानी गांव-गांव पहुंचने से भूमिगत जल स्तर भी बढ़ रहा है। नहर का पानी आने से किसानों के धान की फसल की भी सिंचाई हो रही है। भूमिगत जल स्तर गिरने के कारण किसानों के बोरवेल सूख चुके थे और धान के फसल सूखने की स्थिति में थी। लेकिन ठीक समय पर हसदेव बांगों बांध का पानी पहुंचने से किसानों की धान की फसल बच गई। मिनीमाता बांगों बांध से नहर में पानी छोड़ा गया है। विभागीय अधिकारी एवं कर्मचारियों की देखरेख में नहर से पानी सभी ग्राम के तालाब, नदी, नाले भर चुके हैं। निस्तारी की समस्या काफी हद तक दूर हो गई है। 07 मई / मित्तल