ज़रा हटके
09-May-2024
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-खाने लगती है शरीर का मांस वाशिंगटन (ईएमएस)। ब्रिटेन में अलबामा सडांध बीमारी पालतू जानवरों की जान ले रही है। यह बीमारी कुत्तों में संक्रमण से नहीं फैलता है, लेकिन कुछ बातों का ध्यान ना रखने पर कहीं भी किसी भी पालतू कुत्ते को आसानी से हो सकती है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि हाल के महीनों में अलबामा सड़ांध के मामले बढ़ गए हैं। यह रहस्यमय बीमारी त्वचा के घाव से शुरू होती है और किडनी पर भी हमला कर सकती है। फिलहाल इसका कोई इलाज या ज्ञात कारण नहीं है लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि यह गीले और कीचड़ भरे चलने से जुड़ा हो सकता है। त्वचीय और गुर्दे की ग्लोमेरुलर वास्कुलोपैथी (सीआरजीवी) कही जाने वाली इस स्थिति पर निगरानी करने वाली वे प्रैक्टिस का कहना है कि उसने 2012 से यूके में लगभग 324 मामले दर्ज किए हैं, जो प्रति वर्ष औसतन लगभग 25 है। लेकिन एंडरसन मूरेस का कहना है कि इस साल अब तक 15 मामले सामने आ चुके हैं। कोई भी नस्ल, उम्र या आकार इसे पकड़ सकता है। यह भयानक बीमारी संक्रामक नहीं है, इसलिए कुत्ते इसे एक-दूसरे के बीच नहीं फैला सकते। इससे बचने के चार तरीके हैं। फिलहाल इस बात की कोई पुष्टि नहीं हुई है कि अलबामा में सड़न कैसे शुरू हुई। कुछ शोधकर्ताओं का सुझाव है कि यह ई।कोली जैसे बैक्टीरिया के कारण हो सकता है। अपने कुत्ते को गीले, आर्द्र और कीचड़ भरे वातावरण में घुमाने से बचने की कोशिश करें। किसी भी घाव या उभार के लिए अपने पालतू जानवर की प्रतिदिन जांच करना सुनिश्चित करें। जितनी जल्दी आप लक्षणों का पता लगा लेंगे, उतना बेहतर होगा। सुस्ती, भूख न लगना, उल्टी, पेशाब में वृद्धि और, शायद ही कभी, शारीरिक कठोरता, ध्यान देने योग्य अन्य लक्षण हैं। आखिरी और सबसे जरूरी बात है कि यदि आपको लगता है कि आपके कुत्ते को अलबामा सड़ांध हो सकती है, या आपने उपरोक्त लक्षणों में से कोई भी देखा है, तो उसे तुरंत पशु चिकित्सक के पास ले जाएं। बीमारी के बारे में पुष्ट जानकारी की कमी के कारण विशिष्ट रोकथाम सलाह देना मुश्किल हो जाता है। अफसोस की बात है कि अलबामा रोट के लिए कोई टीकाकरण उपलब्ध नहीं है। सुदामा/ईएमएस 09 मई 2024