राज्य
10-May-2024


इन्दौर (ईएमएस) न रिश्तेदार मेरे रहे ना प्रेमिका। यह बात मैं अपने माता-पिता को नहीं बता सकता। इसलिए सुसाइड कर रहा हूं। कुछ इस तरह की पंक्तियां सुसाइड नोट में लिखकर एक प्रापर्टी एजेंट ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। उसने अपनी प्रेमिका की महंगी डिमांड और लक्जरी शौक पूरे करना तथा उसके परिजनों द्वारा पैसे मांगने वाले पर देने के लिए अपने रिश्तेदारों से कर्जा लिया। रिश्तेदार भी उससे चार गुना वसूलने के बाद और मांग करने लगे जिसके चलते वो परेशान हो गया और उसने अपनी जान दे दी। मामला बाणगंगा थाना क्षेत्र का है। जहां प्रॉपर्टी एजेंट शंशाक उर्फ प्रशांत पिता विनोद जायसवाल उम्र पच्चीस साल निवासी दिव्य विहार कॉलोनी ने करीब आठ माह पहले आत्महत्या कर ली थी। पुलिस ने जांच और तहकीकात के बाद व्हाट्सएप चैट तथा मोबाइल मैसेज के आधार पर उनकी पुष्टि करते मृतक के दो रिश्तेदारों अमर और रूपाली जायसवाल निवासी गायत्री नगर उज्जैन पर आत्महत्या के लिए उकसाने का केस अब दर्ज किया है। शशांक ने 24 सितंबर 2023 को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। उसने अपनी प्रेमिका की डिमांड पूरी करने के लिए अपने चाचा-चाची से एक लाख रुपए उधार लिए थे, जिसके बदले यह करीब 4 लाख लौटा चुका था। लेकिन वे और पैसों के लिए दबाव बना रहे थे। प्रशांत जायसवाल ने अपने व्हाट्सएप पर लिखे सुसाइड नोट में लिखा है कि मैंने प्रेमिका को हर तरह से मदद की। आईफोन दिलाया, कार दिलाई, उसके महंगे शौक पूरे किए यहां तक कि उसे या उसके परिवार को जब भी पैसों की जरुरत पड़ी मैं हर समय उसके साथ खड़ा रहा। उसके महंगे शौक को पूरा करने के लिए ही रिश्तेदारों से एक लाख का कर्ज लिया। उन्हें भी एक की जगह चार लाख दे दिए, लेकिन उनकी डिमांड खत्म नहीं हो रही है। शशांक ने अपने सुसाइड नोट में प्रेमिका नम्रता का जिक्र करते हुए लिखा कि, उसके कर्ज में दबने का असली कारण उसकी प्रेमिका ही है। करीब 8 साल तक हम दोनों के बीच अफेयर रहा। उसके महंगे शौक के कारण चाचा-चाची से कर्ज लेना पड़ा। नम्रता को कार के साथ आईफोन गिफ्ट किया। लेकिन नम्रता ने भी आखिरी समय पर साथ छोड़ दिया। आनन्द पुरोहित/ 10 मई 2024