लंदन (ईएमएस)। लंदन से लगभग 163 मील दूर स्थित इसी शहर में कभी सैकड़ों लड़कियों का शारीरिक शोषण किया गया था। रिपोर्ट में दावा किया जाता है कि इन पीड़ितों की संख्या 14 सौ के आसपास थी। पीड़ितों में ज्यादातर नाबालिग थी। इसका खुलासा साल 2010 में तब हुआ जब पाकिस्तानी मूल के पांच लोगों को सजा मिली। लेकिन अब एलन मस्क की आलोचना के बाद यह मुद्दा एक बार फिर चर्चा का विषय बन गया है। मस्क ने अब एक्स पर अपने एक पोस्ट से पाकिस्तान की मुश्किलें बढ़ा दी है। ब्रिटिश सांसद रूपर्ट लोवे ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में पाकिस्तान को दी जाने वाली विदेशी सहायता रोकने की मांग की। इसके बाद अमेरिकी अरबपति एलन मस्क ने भी इसका समर्थन किया। रिफॉर्म पार्टी के सदस्य लोवे ने विदेशी सहायता के लिए ब्रिटेन की प्रतिबद्धता पर प्रकाश डाला और कहा कि साल 2023-2024 के लिए पाकिस्तान को दी जाने वाली सहायता राशि 41.5 मिलियन पाउंड है और अगले साल इसे तीन गुना बढ़ाकर 133 मिलियन पाउंड (14,12,49,05,900) किया जाएगा। अगर इसे बंद कर दिया जाता है तो पाकिस्तान को बड़ा झटका लगेगा। पाकिस्तान पहले से ही आर्थिक संकट से गुजर रहा है।अपने पोस्ट में लोव ने सवाल उठाया कि क्या इस तरह की सहायता का प्रभावी ढंग से उपयोग किया जा रहा है और मांग की कि भविष्य में सभी भुगतान तब तक रोक दिए जाएं जब तक कि पाकिस्तान “निर्वासित पाकिस्तानी बलात्कारियों” को स्वीकार नहीं कर लेता और उन्हें जेल में नहीं डाल देता। लोव ने अपनी पोस्ट में आगे लिखा, “2023/24 में पाकिस्तान को विदेशी सहायता 41.5 मिलियन पाउंड थी, जिसे अगले वर्ष तीन गुना बढ़ाकर 133 मिलियन पाउंड करने का लक्ष्य रखा गया था। हमारे पैसे का प्रभावी उपयोग? नहीं। जब तक वे निर्वासित पाकिस्तानी बलात्कारियों को स्वीकार नहीं कर लेते और उन्हें जेल में नहीं डाल देते, तब तक इसका एक-एक पैसा रोक दिया जाना चाहिए। ग्रूमिंग गैंग में मुख्य रूप से पाकिस्तानी मूल के पुरुषों के समूह शामिल थे। जिन्हें युवा लड़कियों के साथ यौन दुर्व्यवहार और बलात्कार का दोषी ठहराया गया। यह मुद्दा यू।के। में विशेष रूप से विवादास्पद रहा है। जहां कई लोगों ने कुछ राजनीतिक हस्तियों पर अपराधियों के खिलाफ पर्याप्त कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाया है। ब्रिटेन में छोटी बच्चियों को यौन हिंसा का शिकार बनाकर उनकी तस्करी करने वाले गिरोहों को ग्रूमिंग गैंग कहा जाता है। इनका एक अलग पैटर्न होता है, यह पहले बच्चों के दोस्त बनते हैं और फिर उनका भरोसा जीतते हैं। इसके बाद उनका शारीरिक शोषण करते हैं, अमानवीय हिंसा का शिकार बनाते हैं और फिर तस्करी कर देते हैं। अब तक ब्रिटेन में हुए विभिन्न रिसर्चों में ये भी सामने आया है कि ये लोग बच्चियों को नशे की लत लगाते थे और फिर उन्हें अन्य लोगों के साथ संबंध बनाने पर मजबूर करते थे। इसके अलावा, मस्क ने पहले भी ग्रूमिंग गैंग्स मामले से निपटने के लिए यूके के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर की आलोचना की है। उन्होंने स्टार्मर पर वोट हासिल करने के प्रयास में “सामूहिक बलात्कारों में गहरी संलिप्तता” का आरोप लगाया है। इससे इस घोटाले पर और बहस छिड़ गई है। वीरेंद्र/ईएमएस 11 जनवरी 2025