मुम्बई (ईएमएस)। क्रिकेट इतिहास को देखें तो 1940-50 के दशक में तीन क्रिकेटर ऐसे हैं। जिन्होंने भारत और पाकिस्तान दोनों के लिए ही खेला है। देश के बंटवारे से पहले अब्दुल हफीज कारदार, आमिर इलाही और गुल मोहम्मद जैसे क्रिकेटर भारतीय क्रिकेट टीम के लिए खेलते थे। ये सभी विभाजन के बाद पाकिस्तान चले गये थे। इनमें गुल ऐसे खिलाड़ी रहें हैं जिन्होंने रणजी ट्रॉफी में पूर्व भारतीय कप्तान विजय हजारे के साथ 319 रन की साझेदारी भी की थी। भारत से गये अब्दुल कारदार पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पहले कप्तान बने। उन्होंने 1952 से 1958 तक पाकिस्तान के लिए 23 टेस्ट खेले। जब 1952 में पाकिस्तान की टीम पहली बार भारत दौरे पर आई तो उसके कप्तान अब्दुल कारदार ही थे। वहीं इलाही ने आजादी से पहले भारत के लिए एक टेस्ट मैच खेला था। यह मैच ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ था। विभाजन के बाद इलाही भी पाक चले गये। उन्होंने 1952-53 में पाकिस्तान के लिए पांच टेस्ट खेले. आमिर इलाही पहले मीडियम पेसर थे और बाद में लेग-ब्रेक गेंदबाजी करने लगे थे। पाक जाने से पहले वह भारतीय घरेलू क्रिकेट में बड़ौदा के लिए खेलते थे। वहीं गुल मोहम्मद की कहानी अब्दुल कारदार और आमिर इलाही से थोड़ा अलग है। यह खिलाड़ी देश के बंटवारे के बाद भारत में ही रहा. गुल ने 1946 से 1952 तक भारत के लिए आठ टेस्ट खेले थे। इसके बाद वे टीम से बाहर हो गए। ऐसे में गुल साल 1955 में पाकिस्तान चले गए। इसके बाद उन्हें पाकिस्तान की क्रिकेट टीम में शामिल कर लिया गया पर वह पाक के लिए वे सिर्फ एक टेस्ट मैच ही खेल पाए। इस तरह वह कुल नौ टेस्ट ही खेल पाये उन्होंने 205 रन बनाए और दो विकेट लिए। गिरजा/ईएमएस 28 अप्रैल 2025