खेल
30-Apr-2025
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नई दिल्ली (ईएमएस)। क्रिकेट के मैदान में जब 14 वर्षीय वैभव सूर्यवंशी बल्लेबाज़ी करने उतरे, तो किसी ने नहीं सोचा था कि वो इतने कम उम्र में इतिहास रच देंगे। लेकिन उन्होंने सिर्फ 38 गेंदों में 11 छक्कों और सात चौकों की मदद से 101 रनों की विस्फोटक पारी खेलकर आईपीएल में अब तक का सबसे युवा शतकवीर बनने का कीर्तिमान हासिल कर लिया। यह उनका आईपीएल में महज तीसरा मैच था, जिसमें उन्होंने गुजरात टाइटंस के खिलाफ खेलते हुए ये कारनामा किया। वैभव इससे पहले लखनऊ सुपरजाइंट्स के खिलाफ अपने डेब्यू मैच में भी पहली गेंद पर छक्का लगाकर सबका ध्यान खींच चुके थे। वैभव कहते हैं पहली गेंद पर छक्का लगाना उनके लिए नई बात नहीं है। मैं अंडर-19 और घरेलू मैचों में भी ऐसा कर चुका हूं। अगर गेंद मेरी रेंज में होती है तो मैं उसे मारने से नहीं चूकता। मुझ पर कोई दबाव नहीं था। मैंने बस अपने खेल पर ध्यान केंद्रित किया। बिहार के समस्तीपुर जिले से आने वाले वैभव का जन्म आईपीएल शुरू होने के तीन साल बाद हुआ था। इतनी कम उम्र में उन्होंने जो मुकाम हासिल किया है, उसके पीछे उनके माता-पिता का बहुत बड़ा योगदान है। वैभव ने बताया कि उनकी मां आरती रात को 11 बजे सोने के बाद सुबह तीन बजे उठती हैं ताकि उनके अभ्यास में कोई कमी न रहे। वहीं उनके पिता संजीव ने बेटे के क्रिकेट करियर को सपोर्ट करने के लिए अपनी नौकरी तक छोड़ दी। वैभव ने कहा, मेरे पापा ने सब कुछ छोड़ दिया, मेरा भाई अब काम करता है और किसी तरह घर चलता है। लेकिन मेरे माता-पिता ने कभी हार नहीं मानी। इतनी कम उम्र में मिली कामयाबी के बावजूद वैभव का ध्यान सिर्फ अपने खेल पर है। उनका कहना है कि वह भारत के लिए लंबे समय तक खेलना चाहते हैं और इसके लिए वह लगातार मेहनत करते रहेंगे। उन्होंने कहा, मैं जानता हूं कि मुझे बहुत कुछ सीखना और करना है। मेरा सपना देश का प्रतिनिधित्व करना है, और मैं तब तक मेहनत करता रहूंगा जब तक वह सपना पूरा नहीं हो जाता। डेविड/ईएमएस 30 अप्रैल 2025