क्षेत्रीय
30-Apr-2025
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-सायबर सेल ने यूपी से किया गिरफ्तार -दिल्ली क्राईम ब्रांच अधिकारी बनकर वसूलता था रकम भोपाल(ईएमएस)। साइबर क्राइम ब्रांच भोपाल की टीम ने महिला को डिजिटल अरेस्ट कर गिरफ्तारी वारंट जारी होने का डर दिखाकर करीब 1लाख की ठगी के मामले मे गिरोह के मास्टरमांइड को कानपुर यूपी से गिरफ्तार किया है। हैरानी वाली बात यह है की डिजिटल अरेस्ट जैसा क्राइम करने वाला सरगना केवल 8वी तक पढा है। जो दिल्ली क्राईम ब्रांच का अधिकारी बनकर लोगो को कॉल कर उन्हें झूठे केस में फंसने की बात कहते हुए गिरफ्तारी वारंट जारी होने का डर दिखाता और फिर सेटलमेंट के नाम पर रकम ठग लेता था। क्राइम ब्रांच एडीसीपी शैलेन्द्र सिंह चौहान ने जानकारी देते हुए बताया की भोपाल में रहने वाली सुकन्या सिंह (परिवर्तित नाम) नामक महिला ने लिखित शिकायती आवेदन देते हुए बताया की 5 मार्च को अज्ञात आरोपी ने उनके मोबाइल पर कॉल कर खुद को दिल्ली क्राईम ब्रांच का अधिकारी बताते हुए उन्हें फर्जी केस मे फसाने का डर दिखाया। बाद में आरोपी ने उन्हें हाउस अरेस्ट कर कहा की उनका गिरफ्तारी वारंट जारी किया जा रहा है, और जल्द ही उनकी गिरफ्तारी की जायेगी। बाद में शातिर ने उनसे कहा की वह यह मामला खत्म करवा सकता है, लेकिन इसके लिये वकील, जज और गारंटरो को रकम देनी होगी। उसकी धमकी से डरी फरियादी पैसे देने को तैयार हो गई। इसके बाद आरोपी ने 90 हजार 500 रुपये ऐंठ कर धोखाधडी कर ली। जॅच के बाद अज्ञात के खिलाफ धारा 318(4), 319 (2) बीएनएस का मामला कायम कर आरोपी की सुरागशी शुरु की गई। *ऐसे शिकंजे में आया ठग सायबर क्राईम टीम को तकनीकी जॉच में पता चला की आरोपी कानपुर यूपी में है, इसके बाद टीम उ.प्र. रवाना हुई और करीब 5 दिनो तक वहीं डेरा डालकर ठगी में इस्तेमाल किये गये कॉलिंग मोबाइल नंबरो की लोकेशन सहित अन्य तकीनिकी जानकारी के आधार पर मास्टर मांइड आरोपी आजाद पिता भूरी (38) निवासी ग्राम रठीगांव थाना, रेऊना जिला कानपुर को उसके गॉव में दबिश देकर गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से घटना मे प्रयोग किया गया मोबाईल फोन सहित 6 सिम कार्ड जप्त की गई है। *सरगना ऐसे फंसाता था जाल में अधिकारिेयो ने बताया की आरोपी बीते करीब 4-5 साल से फ्रॉड केलिए कॉलिंग कर रहा है। वह हिन्दी भाषीय राज्य के मोबाईल नंबरो को टारगेट कर वहॉ के नंबरो के पीछे के नंबर बदलकर किसी भी कॉल कर देता था। इसके बाद डिजीटल अरेस्ट करने के लिए अपने आप को दिल्ली क्राईम ब्रांच का अधिकारी बताकर कहता की उनके खिलाफ मामला दर्ज हुआ है, और उनका गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया है। इससे बचने के लिये वकील, जज सहित अन्य लोगो को पैसा देने नाम पर लोगो से फर्जी बैंक खातो मे रकम जमा करवा लेता था। बाद में इस ठगी की रकम को फर्जी बैंक एटीएम के जरिये से निकाल लेता था। जालाजी के लिये आरोपी आजाद अन्य राज्य के लोगो के एकाउंट और सिमकार्ड का उपयोग करता था। पुलिस उससे अन्य वारदातो के संबध में भी पूछताछ कर रही है। जुनेद / 30 अप्रैल