पाकिस्तानी सुप्रीम कोर्ट के एक फैसले ने बढ़ दी हैसियत इस्लामाबाद (ईएमएस)। सेना प्रमुख असीम मुनीर ने भले ही पाकिस्तान को भारत के साथ जंग में झोंक दिया है, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने पाकिस्तान में मुनीर की हैसियत और बढ़ा दिया है। पाकिस्तानी सुप्रीम कोर्ट ने एक ऐतिहासिक फैसला सुनाकर पाकिस्तान के सैन्य अदालतों में नागरिकों के खिलाफ मुकदमा चलाने को मंजूरी दे दी है। इसके बाद पाकिस्तानी सेना को आम नागरिकों को सैन्य अदालतों में मुकदमा चलाने का खुला अधिकार मिल गया है। यानि पाकिस्तान की आर्मी, जिसने पहले से ही देश के लोकतंत्र को कुचल रखा है, उस और ताकत दे दी गई हैं। सुप्रीम कोर्ट के फैसले से मुनीर और भी ज्यादा शक्तिशाली हुए हैं और पूर्व पीएम इमरान खान के लिए ये बहुत बड़ा झकटा है। पाकिस्तान की सर्वोच्च अदालत ने फैसला सुनाते हुए सैन्य अदालतों में नागरिकों के खिलाफ चलने वाले फैसलों को चुनौती देने वाली याचिका को खारिज कर दिया है। याचिका में सैन्य अदालतों में आम नागरिकों के खिलाफ चलने वाले मुकदमों को असंवैधानिक बताया गया था। रिपोर्ट के मुताबिक, इस्लामाबाद की शीर्ष अदालत की संवैधानिक पीठ ने फैसला सुनाकर 9 मई 2023 को सेना विरोधी प्रदर्शनों में शामिल इमरान खान के समर्थकों के खिलाफ सैन्य मुकदमा चलाने का रास्ता साफ कर दिया है। बता दें कि पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के लाखों समर्थकों ने पूर्व प्रधानमंत्री और पार्टी प्रमुख इमरान की गिरफ्तारी के बाद 9 मई 2023 को भयानक दंगा किया था। प्रदर्शन में इमरान के समर्थकों ने सैन्य ठिकानों पर भी हमला कर जमकर तोड़फोड़ की थी। इसके बाद पाकिस्तान की सेना ने 1000 से ज्यादा इमरान खान के समर्थकों को गिरफ्तार कर लिया। रिपोर्ट के मुताबिक पीटीआई ने आरोप लगाया था कि पार्टी के सैकड़ों सदस्यों को बिना किसी सबूत के जबरन उठाया गया। उनके खिलाफ आर्मी कोर्ट ने 2 से 4 दिनों में फैसले सुनाने शुरू कर दिए और काफी सख्त सजा दी जाने लगी। इमरान खान के कई समर्थकों को उम्रकैद की सजा सुनाई गई है। पाकिस्तान सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश अमीनुद्दीन खान की अगुवाई में सात सदस्यीय संवैधानिक पीठ ने सुप्रीम कोर्ट के ही अक्टूबर 2023 के पहले के फैसले को पलट दिया है। यानि पाकिस्तान वहां देश बन गया है जहां सुप्रीम कोर्ट चंद महीने पहले जो फैसला सुनाता है, वहां कुछ महीनों के बाद अपने ही फैसले को पलट देता है। आशीष/ईएमएस 10 मई 2025