14-May-2025


मंत्री ने तय किए ग्रेडिंग मापदंड, सीपीपीपी विंग से होगा समस्या का निराकरण भोपाल (ईएमएस)। प्रदेश में सहकारी समितियों की परफार्मेंस ग्रेडिंग की जाएगी। ग्रेडिंग का यह काम समितियों के परफार्मेंस के आधार पर किया जाएगा। यह ग्रेडिंग समितियों की फाइनेंशियल स्टेटस, प्रबंधन की पारदर्शिता, सेवाओं की गुणवत्ता, लाभांश वितरण और कृषकों तथा सदस्यों को दी जा रही सुविधाओं के आधार पर की जाएगी। इस ग्रेडिंग प्रणाली के माध्यम से समितियों की कार्य प्रणाली, पारदर्शिता, वित्तीय अनुशासन, सदस्य संतुष्टि और नवाचार की क्षमताओं का मूल्यांकन किया जा सकेगा। सहकारिता मंत्री विश्वास सारंग ने यह निर्देश विभाग के अफसरों को दिए हैं। उन्होंने अफसरों के साथ पिछले दिनों हुई बैठक में कहा कि प्रदेश के सहकारी क्षेत्र में कच्चे माल का उत्पादन करने वाले किसानों के लिए मध्यप्रदेश राज्य सहकारी संघ द्वारा कार्यशालाओं का आयोजन किया जाए। इससे उत्पादन की गुणवत्ता को बेहतर बनाने के साथ किसानों को तकनीकी ज्ञान दिया जा सकेगा। सारंग ने कहा कि प्रदेश में एक वृहद सेमिनार का आयोजन भी किया जाए जिसमें सफल सहकारी उद्यमियों, संस्थाओं और श्रेष्ठ कार्य करने वाले किसानों को आमंत्रित किया जाएगा। इससे सर्वोत्तम कार्य प्रणालियों और अनुभवों का आदान-प्रदान होगा। सारंग ने प्रदेश में सीपीपीपी (को-आपरेटिव पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप) मॉडल के अंतर्गत इन्वेस्टर्स समिट में हुए एमओयू के प्रभावी क्रियान्वयन और मॉनिटरिंग के लिए एक विशेष सीपीपीपी विंग की स्थापना के निर्देश दिये। यह सीपीपीपी विंग निजी निवेशकों, सहकारी समितियों और किसानों के लिए सिंगल विंडो सिस्टम के रूप में कार्य करेगा। सीपीपीपी विंग किसानों, सहकारी समितियों तथा निजी निवेशकों की समस्याओं के समाधान के लिये सिंगल विंडो प्लेटफॉर्म के रूप में कार्य करेगा। यह प्लेटफॉर्म निवेश संबंधी आवश्यक अनुमतियों, प्रक्रियाओं एवं मार्गदर्शन के लिए एक एकीकृत व्यवस्था उपलब्ध कराएगा। इसके अंतर्गत सहकारी बैंकों, समितियों, किसानों व निजी उद्यमियों के मध्य एमओयू की प्रक्रिया को सुलभ और पारदर्शी बनाया जाएगा। विनोद/ 14 मई /2025