14-May-2025
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अमेरिका जानकार के मुताबिक, ये सबसे बड़ी उपलब्धि वॉशिंगटन,(ईएमएस)। ऑपरेशन सिंदूर ने पाकिस्तान को कितना बर्बाद किया और भारत का मिशन कितना कामयाब रहा है, धीरे धीरे इस लेकर इंटरनेशनल जानकार समीक्षा कर रहे हैं। पाकिस्तान ने सीजफायर के बाद जश्न जरूर मनाया, लेकिन वक्त बीतने के साथ जो रिपोर्ट्स सामने आ रही है, उन्हें देखकर पाकिस्तानी जनता भी अब हताश होकर कह रही हैं कि पाकिस्तान फौज ने उन्हें उल्लू बना दिया है। अमेरिका के रिटायर्ड सैन्य अधिकारी जॉन स्पेंसर ने कहा है कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान सबसे खास बात ये थी कि भारत ने स्वदेशी हथियारों का जमकर इस्तेमाल किया है और ना सिर्फ विरोधियों को, बल्कि इंटरनेशल कम्युनिटी को भी साफ संदेश दिया है। उन्होंने कहा कि भारत किस तरह से हथियारों का इस्तेमाल करता है, उसपर दुनिया की नजर थी। स्पेंसर, जो अमेरिका के मॉडर्न वॉर इंस्टीट्यूट में शहरों में लड़ी जाने वाली लड़ाई पढ़ाते हैं, उन्होंने कहा है कि भारत के घरेलू हथियार काफी कारगर रहे हैं, जबकि पाकिस्तान ने जो चीनी हथियारों का इस्तेमाल किया है, वे फुस्स साबित हुए हैं। अमेरिकी जानकार स्पेंसर ने एनालिसिस रिपोर्ट जारी की है, इसमें उन्होंने कहा है कि मेक इन इंडिया के द्वारा भारत ने डिफेंस सेक्टर में जबरदस्त छलांग लगाई है। उन्होंने लिखा है, कि साल 2014 में भारत की सेना की जरूरत का 32 प्रतिशत हिस्सा घरेलू उत्पादन से पूरा होता था, लेकिन 2024 में 88 प्रतिशत गोला बारूद भारत खुद उत्पादन करता है। इसके अलावा भारत खुद ब्रह्मोस मिसाइल और पिनाका मल्टी-बैरेल रॉकेट लांचर का उत्पादन करता है। इसके अलावा भारत ने अब खुद का रडार सिस्टम और आर्टिलरी सिस्टम को तेजी से बनाना शुरू कर दिया है। ये भारत के लिए बहुत बड़ी उपलब्धि है, क्योंकि मौजूदा समय में दुनिया जिस मोड़ पर है, वहां कोई भी देश किसी को हथियार नहीं देना चाहेगा। हर देश किसी ना किसी तरह से युद्ध में फंसे हैं या उनपर युद्ध में फंसने का खतरा है। इसके बाद भारत अपने मेक इन इंडिया हथियारों की बदौलत एक लंबी लड़ाई के लिए भी तैयार था। उन्होंने लिखा है कि ये सिर्फ भारत की राष्ट्रीय उपलब्धि नहीं है, बल्कि ये आधुनिक युद्ध में सैन्य तत्परता का मॉडल है। उन्होंने लिखा है कि इन हमलों में भारत ने इजरायली मूल के हारोप ड्रोन (जो अब भारत में बनते हैं), 2021 में हासिल किए गए लोइटरिंग म्यूनिशन और स्कैल्प और हैमर मिसाइलों से लैस राफेल जेट का इस्तेमाल किया। जबकि पाकिस्तान के चीनी निर्मित सिस्टम एचक्यू-9/पी, एलवॉय-80 और एफएम-90- का प्रदर्शन काफी खराब साबित हुआ। स्पेंसर की समीक्षा रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ स्वदेशी लोइटरिंग म्यूनिशन का पहली बार इस्तेमाल किया, जो दिखाता है कि टेक्नोलॉजी के स्तर पर और टेक्नोलॉजिकल प्लेटफॉर्म को इंटीग्रेट करने में भारत की डिफेंस स्ट्रैटजी कितनी शानदार थी। उन्होंने कहा है कि मोदी ने रक्षा खरीद में विविधता लाया और मल्टी लेयर इको सिस्टम तैयार किया। उन्होंने कहा कि भारत अब टेक्नोलॉजी ऑपरेटेड एयर डिफेंस ग्रिड को ऑपरेट करता है, जो सटीकता से खतरों का पता लगान और वक्त रहते उन्हें निष्क्रीय करने में सक्षम हैं, जो भारत ने दुनिया को दिखा दिया है और जिसे दुनिया को एक मॉडल के तौर पर मानना चाहिए। आशीष दुबे / 14 मई 2025