क्षेत्रीय
15-May-2025
...


टेंडर कंपटीशन में थे छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र वन विकास निगम भोपाल (ईएमएस)। वित्तीय संक्रमण काल से गुजर रहे वन विकास निगम को पहली बार वेस्टर्न कोल्ड फील्ड (डब्लूसीएल) से डेढ़ सौ करोड रुपए पौधारोपण का प्रोजेक्ट मिल गया है। इस प्रोजेक्ट से न केवल वन विकास निगम को वित्तीय संजीवनी मिलेगी, बल्कि यह मील का पत्थर भी साबित होगी। निगम के प्रबंध संचालक बीएन अम्बाड़े के प्रयासों से यह संभव हो सका। वन विकास निगम को डब्लूसीएल के माइनिंग साइट पर 28 लाख पौधरोपण से लेकर 5 साल तक उनकी सुरक्षा करने के लिए 150 करोड़ का प्रोजेक्ट मिला है। यह प्रोजेक्ट हासिल करने के लिए महाराष्ट्र वन विकास निगम और उनकी सामाजिक वानिकी उपक्रम के अलावा छत्तीसगढ़ वन विकास निगम कंपटीशन करना पड़ा। टेंडर हासिल होने के बाद कई तरह के नियमों की पेंचदगियां थी, जिसे दूर करने के लिए निगम के एमडी अम्बाड़े डब्लूसीएल के मुख्यालय स्वयं पहुंचे और वहां के सीनियर अफसरों के साथ लंबी बैठक कर उसे दूर किया। अम्बाड़े बताते है कि वर्तमान दर के आधार पर फिलहाल 150 करोड़ रुपए का प्रोजेक्ट है, जो वित्तीय वर्ष 2029 से 31 तक इसकी कास्ट बढ़कर करीब 175 करोड़ रूपये तक पहुंच सकती है। इस कार्य में निगम को टोटल प्रोजेक्ट कास्ट का 25% राशि प्रशासकीय के रूप में मिलेगी। इस प्रोजेक्ट को हासिल करने में उनके क्षेत्रीय महाप्रबंधक (आरजीएम) आलोक पाठक और डिवीज़नल मैंनेजर की अहम भूमिका रही। 50 लाख खर्च कर 10 हेक्टेयर में तैयार होंगे चंदन वन निगम के एमडी अम्बाड़े ने बताया कि बैतूल के रामपुर भतोड़ी प्रोजेक्ट की 10 हेक्टेयर भूमि पर चंदन वन तैयार करने का ब्लूप्रिंट तैयार किया है। इस पर करीब 50 लाख का खर्च आने का अनुमान है। चंदन वन से 15 साल बाद करीब 40-42 करोड़ रुपए का राजस्व मिलने की संभावना है। यह प्रोजेक्ट तब तैयार किया है, जब निगम को जीएसटी शुल्क से करीब 70 करोड़ से अधिक की छूट हासिल की। चंदन वन तैयार करने में सबसे बड़ी चुनौती उसकी सुरक्षा है। उसके लिए भी रणनीति तैयार की जा रही है। इस पूरी योजना के लिए आरजीएम आलोक पाठक को जिम्मेदारी सौंपी है। रामपुर भतोड़ी प्रोजेक्ट बैतूल में पदस्थ स्टाफ को चुस्त- दुरुस्त किया जा रहा है। काम नहीं करने या फिर गड़बड़ी करने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही की जा रही है। निगम में स्टाफ की कमी निगम स्टाफ की कमी के दौर से गुजर रहा है। इसमें अधिकारियों एवं फील्ड स्टाफ शामिल है। अम्बाड़े बताते हैं कि इसके मैंने राज्य शासन को पत्र लिखकर सीनियर एसडीओ को निगम में पदस्थ करने का अनुरोध किया है। इसके अलावा फील्ड के लिए 150 कर्मचारियों की भर्ती करने अनुमति चाही है। अधिकारियों और कर्मचारियों की कमी के बाद भी निगम बेहतर ढ़ग से रन कर रहा है। ईएमएस/15/05/2025