अंतर्राष्ट्रीय
19-May-2025
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पेरिस(ईएमएस)। पेरिस के ऑर्ली हवाई अड्डे पर एयर ट्रैफिक कंट्रोल सिस्टम में तकनीकी खराबी के कारण रविवार को सैकड़ों उड़ानें रद्द हो गईं। बड़ी संख्या में उड़ानें देरी से उड़ीं। इस खराबी ने हजारों यात्रियों को प्रभावित किया, जिनमें से कई पहले से ही विमानों में सवार थे, जब उन्हें उड़ान रद्द होने की सूचना दी गई। फ्रांसीसी नागरिक विमानन प्राधिकरण ने चेतावनी दी है कि यह अव्यवस्था सोमवार तक जारी रह सकती है। इस खराबी ने यूरोप, उत्तरी अफ्रीका और फ्रांस के विभिन्न शहरों के लिए उड़ान भरने वाले यात्रियों को बुरी तरह प्रभावित किया। ऑर्ली हवाई अड्डे के टर्मिनलों पर वैकल्पिक परिवहन साधनों की तलाश में लंबी कतारें लग गईं। कई यात्रियों ने अपनी निराशा और असुविधा को व्यक्त किया। 63 साल के व्यवसायी अजगल अबिचू ने बताया, हम विमान में सवार थे, सीट बेल्ट बांध चुके थे और उड़ान के लिए तैयार थे। तभी हमें सूचित किया गया कि उड़ान रद्द हो गई है और हमें अपना सामान लेकर उतरना होगा। इसके बाद हमारी परेशानी शुरू हुई। फ्रांसीसी विमानन प्राधिकरण के अनुसार, यह खराबी हवाई यातायात नियंत्रण प्रणाली में एक ‘दोष’ के कारण हुई। एक हवाई अड्डे के सूत्र ने बताया कि यह ‘रडार विफलता’ थी, जिसके कारण नियंत्रण टॉवर का संचालन प्रभावित हुआ। रविवार को ऑर्ली से आने-जाने वाली लगभग 130 उड़ानें रद्द करनी पड़ीं, और कई अन्य उड़ानों में घंटों की देरी हुई। रविवार देर रात तक इस तकनीकी समस्या का समाधान नहीं हो सका। डीजीएसी ने बताया कि स्थिति में सुधार के बावजूद, यातायात नियमन की आवश्यकता बनी हुई है। प्राधिकरण ने एयरलाइनों से सोमवार को अपनी उड़ान अनुसूचियों को 15 प्रतिशत तक कम करने का अनुरोध किया है और यात्रियों को देरी के लिए तैयार रहने की सलाह दी है। 22 साल की छात्रा रोमाने पेनॉल्ट ने कहा, हमें 300 यूरो की एक वैकल्पिक उड़ान का विकल्प दिया गया, लेकिन उसमें केवल एक सीट थी, जबकि हम दो लोग हैं। हमें यह भी नहीं पता कि वह उड़ान समय पर उड़ेगी या नहीं। फिलहाल, हम घर लौट रहे हैं। 46 साल की एग्नेस जिलौरी अपने 86 वर्षीय मां और 6 वर्षीय बेटे के साथ मोरक्को के ओजदा में एक अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए रविवार शाम को उड़ान लेने वाली थीं। उनकी उड़ान रद्द होने पर वह टर्मिनल में अपने परिवार के लिए बैठने की जगह तलाशती रहीं। उन्होंने कहा, यह बहुत दुखद है, लेकिन मैं खुश हूं कि इस मुश्किल समय में मैं अपनी मां के साथ हूं। वीरेंद्र/ईएमएस/19मई 2025