पटना (ईएमएस)। पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह की पार्टी का प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी में विलय ने बिहार में राजनीतिक हलचल पैदा कर दी है। राजद नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने इस कदम के पीछे छिपे एजेंडे का दावा किया है। सीएम नीतीश कुमार के पूर्व करीबी सहयोगी और जनता दल (यूनाइटेड) के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह ने जेडी(यू) से अलग होने के बाद अपनी पार्टी बनाई थी। तेजस्वी ने कहा कि बीजेपी और जेडीयू को बिहार और बिहारियों से कोई लेना-देना नहीं है। उन्हें पढ़ाई, दवाई, कमाई, सिंचाई, सुनवाई, शिक्षा, स्वास्थ्य से कोई मतलब नहीं है। वे केवल दिन-रात लालू और तेजस्वी यादव को गाली देना जानते हैं। बिहार सरकार में हमारे खिलाफ बयान देने की होड़ मची है। नए गठबंधन पर तेजस्वी ने नाम नहीं लिया, लेकिन इसके पुख्ता संकेत दिए कि भाजपा पर्दे के पीछे से इस घटनाक्रम की योजना बना रही हो सकती है। तेजस्वी ने कहा, दोनों ही जेडी(यू) में थे, एक राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, दूसरा राष्ट्रीय अध्यक्ष। यह सब कौन करवा रहा है और कैसे हो रहा है, बिहार की जनता सब जानती है। तेजस्वी ने कहा, अगर जेडी(यू) के दो बागी एक साथ आ गए हैं, तब सभी को समझ में आ गया है कि यह किसका खेल है। हमें ज्यादा कुछ कहने की जरूरत नहीं है। जनता सब देख रही है। किशोर और सिंह ने आरोप लगाया कि ठेकेदारों ने जेडी(यू) को अपहृत कर लिया है। किशोर ने जेडी(यू) कार्यकर्ताओं से डूबते जहाज को छोड़ने का आह्वान किया और दावा किया कि इसे अनुभवी राजनेताओं के बजाय पांच ठेकेदारों द्वारा चलाया जा रहा है। आशीष दुबे / 19 मई 2025