नई दिल्ली (ईएमएस)। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एसपी) के अध्यक्ष शरद पवार ने संजय राउत को आड़े हाथों लेते हुए उन्हें भारत के वैश्विक संपर्क प्रयासों में स्थानीय स्तर की राजनीति नहीं लाने की सलाह दी। शिवसेना (उबाठा) नेता संजय राउत ने एक दिन पहले विभिन्न देशों में प्रतिनिधिमंडल भेजने के केंद्र के कदम का बहिष्कार करने का आह्वान किया था। इस पर पवार ने कहा कि यह पार्टी का फैसला नहीं है, बल्कि सरकार का फैसला है। शरद पवार ने याद दिलाया कि वह पूर्व प्रधानमंत्री पी वी नरसिम्हा राव ने भाजपा नेता अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में संयुक्त राष्ट्र में प्रतिनिधिमंडल गया था। पूर्व रक्षा मंत्री ने कहा, जब अंतरराष्ट्रीय मुद्दे सामने आते हैं तो पार्टी स्तर की राजनीति नहीं करनी चाहिए। आज केंद्र ने कुछ प्रतिनिधिमंडल गठित किए हैं और उन्हें कुछ देशों में जाकर पहलगाम हमले पर भारत के रुख और उसके बाद पाकिस्तान की ओर से की गई गतिविधियों के बारे में जानकारी देने का काम सौंपा गया है। यह पार्टी का फैसला नहीं है बल्कि यह सरकार का फैसला है। जब नरसिम्हा राव सत्ता में थे, तब अटल बिहारी वाजपेयी के मार्गदर्शन में महाराष्ट्र से एक प्रतिनिधिमंडल नियुक्त किया गया था। मैं भी अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में उस प्रतिनिधिमंडल का सदस्य था। आज सरकार ने एक प्रतिनिधिमंडल बनाया है, जो यह बताएगा कि भारत की भूमिका क्या है। दरअसल राउत ने रविवार को कहा था कि विपक्षी गुट इंडिया के घटक दलों को विभिन्न देशों में सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल भेजने के केंद्र सरकार के कदम का बहिष्कार करना चाहिए। राउत ने दावा किया कि वे सरकार के पापों और अपराधों का बचाव करेंगे। पवार ने कहा कि, संजय राउत की पार्टी (शिवसेना-उबाठा) का एक सदस्य प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा है। मुझे लगता है कि स्थानीय स्तर की राजनीति को इस मुद्दे में नहीं लाया जाना चाहिए। सुबोध\१८\०५\२०२५