भोपाल(ईएमएस)। राजधानी के एक सीनियर एडवोकेट से शेयर मार्केट में मोटा मुनाफा कमाने का लालच देकर रकम इंवेस्ट के नाम पर 78 लाख 25 हजार रुपए की धोखाधड़ी किये जाने का मामला सामने आया है। शातिर जालसाजो ने पहले कम रकम निवेश कराते हुए उन्हें मुनाफा देकर जाल में फंसाया। बाद में उनसे मोटी रकम निवेश करवा ली, कुछ समय बाद जब फरयादी ने अपनी रकम निकालने का प्रयास किया तब सायबर जालसाजो ने 65 लाख रुपए की रकम देने को कहा। इस पर उन्हें अपने साथ ठगी का अहसास हुआ और उन्होनें सायबर क्राइम ब्रांच थाने में शिकायत की। मिली जानकारी के मुताबिक 52 वर्षीय जय शंकर शुक्ला ने 15 फरवरी 2025 में को लिखित शिकायत करते हुए बताया की वह सागर एवेन्यू अयोध्या बायपास पर रहते है। फरियादी पेशे से वकील हैं, और जिला अदालत में प्रेक्टिस करते हैं। बीती 2 दिसंबर 2024 में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक के जरिये उनका एक महिला से संपर्क हुआ। महिला ने अपना नाम सुहानी शर्मा बताते हुए शेयर मार्केट में ट्रेडिंग की बात कही। उसने बताया कि वह शेयर मार्केट में निवेश कराने में काफी अनुभवी है। इसके बाद उसने ट्रेडिंग एप और निवेश कर मोटा मुनाफा कमाने की जानकारी दी। उसने टेलीग्राम एप और वाट्सएप ग्रुप के बारे में बताया। उसकी बातों से प्रभावित होकर जय शंकर शेयर मार्केट में इंवेस्ट करने पर राजी हो गए। इसके बाद महिला ने उन्हें एक एप डाउनलोड कराते हुए पहली बार एक लाख रुपए निवेश करने के लिए कहा। उन्होंने पंजीकृत कंपनियों और फर्मों के सभी बैंक खाते दिए और कहा कि यह निवेश के लिए अधिकृत फर्म है। फरियादी को लगा कि सभी खाते बैंकों ने वेरीफाई करने के बाद ही खोले होगें और वह सभी ठीक होगें। एमांउट लिमिट के चलते जय शंकर ने फोन पे के माध्यम से यूपीआई में 75 हजार रुपए चालू खातों में ट्रांसफर कर दिये। चार दिसंबर 2024 को 15 हजार 642 रुपए प्रॉफिट के रूप में उनके एकाउंट में जमा किए गए। इसके बाद उन्हें अधिक रकम निवेश कर और अधिक मुनाफा कमाने का झांसा दिया गया। एक बार मुनाफा पा चुके एडवोकेट ने कई कंपनियों के अलग-अलग अकाउंट्स में 78 लाख 25 हजार रुपए की बड़ी रकम निवेश कर दी। बाद में जब फरियादी ने कुछ रकम निकालने का प्रयास किया लेकिन पैसा नहीं निकला। संपर्क करने पर जालसाजो ने उनसे कहा कि अगर उन्हें रुपए निकालने है, तो पहले टैक्स के रुप में 65 लाख रुपए की रकम का भुगतान करना पड़ेगा। इस पर जय शंकर चौकं गये और उन्होनें कंपनियो से सबंधित जानकारी मांगी तब सुहानी शर्मा नामक महिला टाल-मटोल करने लगी और कहा कि आपको आगे बड़ने से पहले यह शुल्क जमा करना पड़ेगा। जय शंकर ने अपनी रकम निकालने की कई बार कोशिश की लेकिन जब पैसा नहीं निकला तब उन्हें अहसास हुआ की उनके साथ धोखाधड़ी हुई है। बताया गया है की जिन बैंक अकाउंट में रकम जमा कराई गई है, वह सभी फर्जी हैं, और धोखाधड़ी से खोले गए हैं। पुलिस आगे की जॉच कर रही है। जुनेद / 20 मई