- हैदराबाद से आए घोडों की बीमारी मानवों में भी फैल सकती है जबलपुर (ईएमएस)। हैदराबाद रेस कोर्स से 57 घोडों को जबलपुर लाया गया है। यह सभी घोड़े ग्लेंडर नामक बीमारी से पीड़ित होने की आशंका जताई जा रही है। हैदराबाद की हॉर्स पावर स्पोर्ट्स लिमिटेड द्वारा इन घोड़ों को जबलपुर भेजा गया है। 29 अप्रैल से 3 मई के बीच में यह घोड़े हैदराबाद से जबलपुर भेजे गए थे। इन घोडों को जबलपुर के रेपुरा गांव की एक डेरी में रखा गया था। इस डेरी का मालिक सचिन तिवारी बताया जा रहा है। यहां पर 8 घोडों की मौत हो चुकी है। जयपुर की एनिमल एक्टिविस्ट लावण्या शेखावत ने यह जानकारी 24 अप्रैल को पूर्व केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी को दी थी। जब उन्होंने इस मामले में शिकायत की, तब जाकर मामला सामने आया। जिला प्रशासन की जांच में अभी तक 44 घोडों की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है। जो 8 घोड़े मर गए हैं। उनका पोस्टमार्टम नहीं हुआ है। अन्य घोडों की जांच रिपोर्ट आना बाकी है। वेटनरी विभाग की उपसंचालक डॉक्टर ज्योति तिवारी का कहना है। जिन घोड़ो की मौत हुई है। उसके पीछे बरखोल्डेरिया नाम का बैक्टीरिया होने की आशंका है। यह बैक्टीरिया घोड़े के साथ-साथ इंसानों के लिए भी घातक होता है। इसकी जांच जबलपुर और मध्य प्रदेश में संभव नहीं है। जांच के सैंपल को अनियंत्र भेजा गया है। उसकी रिपोर्ट आने के बाद ही कोई कार्रवाई होगी। मेनका गांधी के एक्टिव होने के बाद यहां का वेटरिनरी विभाग एक्टिव हुआ है। मामले की जांच की जा रही है। दर्जनों घोड़े भूख से बेहाल थे। कई दिनों से बीमार हैं। अब जाकर उनकी चिकित्सा के मामले में चिकित्सा विभाग सजग हुआ है। इस मामले में हैदराबाद की हॉर्स पावर स्पोर्ट्स लिमिटेड का नाम सामने आया है। लेकिन अभी तक इसकी पुष्टि नहीं हुई है। नियमानुसार इसकी जानकारी दी जानी चाहिए थी जो नहीं दी गई। अब इस मामले में जिला प्रशासन जांच कर रहा है। एसजे / 24 मई 25