-अरब सागर में साइक्लोनिक सर्कुलेशन का क्षेत्र बना है नई दिल्ली,(ईएमएस)। देश के पश्चिमी हिस्सों में इंट्री के बाद मानसून पूर्वी हिस्सों में प्रवेश करने वाला है। इसके बाद देश के अन्य हिस्सों में मानसून आएगा। मानसून के लिए बंगाल की खाड़ी में एक सिस्टम बन रहा है, जो इसे आगे बढ़ाने में मदद करेगा। यह एक ऐसा सिस्टम है, जिसकी ओडिशा और पश्चिम बंगाल के पूर्वी हिस्सों में मानसून प्रवेश कर सकता है। मौसम विभाग के मुताबिक महाराष्ट्र, गुजरात, कर्नाटक और केरल के बाद पूर्वोत्तर भारत में मानसून दस्तक दे चुका है। मौसम विभाग ने कर्नाटक, केरल, कोंकण, गोवा और महाराष्ट्र में गुरुवार को भी भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग ने बताया कि अरब सागर में अभी भी साइक्लोनिक सर्कुलेशन का क्षेत्र बना है। इस कारण कर्नाटक के कुछ हिस्सों में अलर्ट जारी किया है। बता दें बुधवार को चंडीगढ़ में मौसम बदला और गर्मी के साथ धूल भरी आंधी की चेतावनी भी मिली। शहर का अधिकतम तापमान 38.9 डिग्री सैल्सियस और न्यूनतम तापमान 29 डिग्री दर्ज किया गया। मौसम विभाग ने अगले 6 दिन के लिए अलर्ट जारी किया है। वीरवार को यैलो अलर्ट घोषित किया है, जिसमें 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं और धूल भरी आंधी चल सकती है। इसके साथ ही लोगों को सतर्क रहने और घरों से बाहर निकलते समय सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने जून से सितंबर 2025 तक के दक्षिण-पश्चिम मानसून सीजन के लिए दीर्घकालिक पूर्वानुमान जारी किया है, जिसमें कई अहम बातें सामने आई है। पूरे देश में सामान्य से ज्यादा बारिश की संभावना जताई गई है। मानसून के दौरान औसतन 106 फीसदी बारिश होने की संभावना है। पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ में 92 से 108 फीसदी तक बारिश हो सकती है। सिराज/ईएमएस 29मई25