राष्ट्रीय
30-May-2025
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नई दिल्ली (ईएमएस) । मानसून की एंट्री के साथ ही दक्षिण भारत में भारी बारिश हो रही है। केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु में भारी बारिश से जन-जीवन बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। लोगों को जान-माल का भी भारी नुकसान हुआ है। कर्नाटक में 125 साल के इतिहास में पहली बार मई में इतनी अधिक बारिश हुई है।कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने शुक्रवार को कहा कि पिछले 125 वर्षों में पहली बार राज्य में मई महीने में सबसे अधिक बारिश दर्ज की गई है और 28 जिलों में सामान्य से अधिक वर्षा हुई है। सिद्धरमैया ने सभी जिलों के उपायुक्तों और जिला पंचायतों के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों के साथ आयोजित समीक्षा बैठक में निर्देश दिया कि वे बारिश से जिन क्षेत्रों में क्षति पहुंची है, उनका तुरंत दौरा करें और प्रभावितों को आवश्यक मुआवजा प्रदान करें। कर्नाटक के दक्षिण कन्नड़ जिले में भारी बारिश और भूस्खलन के कारण तीन लोगों की मौत हो गई है। अधिकारियों ने बताया कि यहां मोंटेपदावु कोडी में हुए भूस्खलन की चपेट में आने से एक घर के 5 लोग मलबे में दब गए थे। केरल के भी भारी बारिश से व्यापक क्षति की जानकारी सामने आई है। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने केरल के 8 जिलों के लिए ‘रेड अलर्ट जारी किया है। जिसमें पथनमथिट्टा, अलप्पुझा, कोट्टयम, एर्नाकुलम, इडुक्की, त्रिशूर, कन्नूर और कासरगोड शामिल है। इसके अलावा राज्य के शेष छह जिलों के लिए ‘ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग ने इसके अलावा तिरुवनंतपुरम और कोल्लम जिलों में अपराह्न एक बजे से तीन घंटे के लिए अलर्ट की स्थिति को ‘ऑरेंज से ‘रेड कर दिया। राज्य के राजस्व मंत्री के। राजन ने कहा कि भारी बारिश से प्रदेश में व्यापक नुकसान हुआ है। उन्होंने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है। इधर मौसम विभाग ने कहा कि बांग्लादेश के ऊपर बने अवदाब अगले 12 घंटों में उत्तर-उत्तरपूर्व दिशा की ओर बढ़ते हुए एक स्पष्ट निम्न दबाव क्षेत्र में कमजोर पड़ सकता है। इसके प्रभाव से पूर्वोत्तर भारत के राज्यों में 31 मई तक बहुत भारी से अत्यंत भारी वर्षा की संभावना है। मेघालय में 30 मई को कुछ स्थानों पर अपवादस्वरूप अत्यधिक भारी वर्षा (30 सेंटीमीटर से अधिक) हो सकती है।