ऑक्सीजन प्लांट होते हुए करोड़ों रुपए ऑक्सीजन खरीदी भोपाल (ईएमएस)। कोरोना 19 की दूसरी लहर में मध्य प्रदेश के 52 जिलों में 100 करोड रुपए से अधिक कीमत के 190 ऑक्सीजन प्लांट सरकार द्वारा लगाए गए थे। एक बार फिर कोरोना महामारी की आहट शुरू हो गई है। स्वास्थ्य विभाग से जब ऑक्सीजन प्लांट के संबंध में जानकारी ली। तो पता चला कि 190 में से 114 ऑक्सीजन प्लांट बंद पड़े हुए हैं। नेशनल हेल्थ मिशन 2025 की रिपोर्ट में इसका उल्लेख किया गया है। जिसमें 63 फ़ीसदी ऑक्सीजन प्लांट को बंद पाया गया है। जिन अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट लगाए गए थे। उनमें करोड़ों रुपए की ऑक्सीजन हर माह खरीदी जा रही है। अधिकांश ऑक्सीजन प्लांट बंद पड़े हुए हैं। बंद पड़े ऑक्सीजन प्लांट को शुरू कराने की दिशा में अभी तक उपयुक्त कार्यवाही नहीं की गई है। जिस तरह से हर दिन कोरोना के मामले में वृद्धि हो रही है। उसको देखते हुए 2021 में जो ऑक्सीजन प्लांट पीएम केयर फंड के माध्यम से लगाए गए थे। उन्हें पुन चालू कराने की आवश्यकता है। ऑक्सीजन प्लांट को चलाने में बिजली का खर्च बहुत आता है। अस्पतालों का कहना है, इससे कम खर्चे में ऑक्सीजन बाजार से क्रय की जा रही है। सोलर से ऑक्सीजन प्लांट चलाने की मांग जो ऑक्सीजन प्लांट सरकारी अस्पतालों में लगाए गए थे। उनमें बिजली का खर्च बहुत ज्यादा होने के कारण इन्हें अस्पतालों द्वारा बंद किया गया है। बिजली खर्च को बचाने के लिए सोलर पैनल लगाने की बात कही जा रही है। मध्य प्रदेश के जिला एवं सिविल अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट सतत चलें, इसके लिए सरकार को विशेष ध्यान देने की जरूरत है। बंद प्लांट शुरू होंगे मध्य प्रदेश के स्वास्थ्य आयुक्त तरूण राठी का कहना है। बंद ऑक्सीजन प्लांट को शुरू करने के लिए जल्द ही कार्य योजना तैयार की जा रही है। जहां पर ऑक्सीजन की मांग कम है। वहां के ऑक्सीजन प्लांट को अन्य अस्पतालों में शिफ्ट किया जाएगा। जहां पर ऑक्सीजन की मांग ज्यादा है। एसजे/ 1 जून /2025