राष्ट्रीय
02-Jun-2025


नई दिल्‍ली (ईएमएस)। भारत के एक सर्वदलीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल ने सोमवार को मलेशिया के प्रमुख राजनीतिक दलों के नेताओं से मुलाकात की और पाकिस्तान प्रायोजित सीमा पार आतंकवाद के खिलाफ जारी लड़ाई के लिए समर्थन हासिल किया। जदयू सांसद संजय कुमार झा के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने कुआलालंपुर में मलेशिया की डेमोक्रेटिक एक्शन पार्टी (डीएपी) और पार्टी केदिलन राक्यत (पीपुल्स जस्टिस पार्टी) के सदस्यों के साथ बातचीत की। मलेशियाई प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम पीकेआर के सदस्य हैं। भारतीय सांसदों ने आतंकवाद के सभी रूपों और अभिव्यक्तियों के प्रति जीरो टॉलरेंस के राष्ट्र के सिद्धांतबद्ध और अडिग रुख से अवगत कराया और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के रणनीतिक महत्व को बताया। प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने मीडिया से बातचीत में कहा कि मलेशियाई दलों ने आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई के प्रति अपना समर्थन जताया है। संजय झा ने कहा, “हमने दोनों सत्तारूढ़ दलों से मुलाकात की और उनके समक्ष अपने विचार रखे। उन्होंने हमारी स्थिति की सराहना की और कहा कि भारत को अपनी रक्षा करने का अधिकार है। हमने सिंधु जल संधि और आतंकवाद पर भारत की ‘नई सामान्य’ नीति पर भी चर्चा की, जिसमें इस बात पर जोर दिया गया कि भारत के खिलाफ किसी भी आतंकवादी गतिविधि को युद्ध की कार्रवाई माना जाएगा।” उन्होंने कहा, “जब प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम ने भारत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की तो दोनों नेताओं के बीच सौहार्दपूर्ण भावना ने मलेशिया में एक मैत्रीपूर्ण संदेश दिया। मलेशिया ने सीमा पार आतंकवाद के खिलाफ भारत के साथ एकजुटता व्यक्त की। मलेशिया ने भारत की प्रगति की भी सराहना की, क्योंकि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है।” उन्होंने कहा, “भारत इस डोजियर को वित्तीय कार्रवाई कार्य बल के समक्ष ले जाएगा, जो आतंकवाद को वित्तपोषित करने वाले देशों को ग्रे या काली सूची में डालता है। हमने इस पर मलेशिया का सहयोग भी मांगा है। कुल मिलाकर, हमारी बैठक सार्थक रही और उन्होंने भारत के दृष्टिकोण को धैर्यपूर्वक सुना।” जापान, दक्षिण कोरिया, सिंगापुर, इंडोनेशिया की यात्रा संपन्न करने के बाद, विदेश यात्रा के अंतिम चरण में मलेशिया के लिए जदयू सांसद झा के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल में भाजपा सांसद अपराजिता सारंगी, बृज लाल, हेमांग जोशी और प्रदान बरुआ, तृणमूल कांग्रेस सांसद अभिषेक बनर्जी, माकपा के राज्यसभा सदस्य जॉन ब्रिटास, वरिष्ठ कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद और फ्रांस में भारत के पूर्व राजदूत मोहन कुमार भी शामिल हैं। कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने कहा, “हमने दोनों पक्षों से बातचीत की। इस पूरी यात्रा के दौरान हमने देखा है कि हर कोई आतंकवाद का कड़ा विरोध कर रहा है। दोनों पक्षों ने मलेशिया में अन्य सरकारी एजेंसियों के समक्ष भारत के रुख को रखने का निर्णय लिया। हमें खुशी है कि मलेशिया भारत की चिंताओं पर विचार करने के लिए तैयार है। अब तक जिन देशों की यात्रा की है, उन सभी से हमें सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली है।” सुबोध\०२\०६\२०२५