07-Jun-2025
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रघुवंशी दंपत्ति की गुमशुदगी को बताया सुनियोजित अंतर्राष्ट्रीय षड्यंत्र, पाक से मिला है बांगलादेश पीएमओ और विदेश मंत्रालय से हस्तक्षेप की मांग, भारत को तोडऩे की कोशिश गुना (ईएमएस)।मेघालय में इंदौर के नवविवाहित युवक राजा रघुवंशी की रहस्यमयी मौत और अशोकनगर की सोनम रघुवंशी की गुमशुदगी को लेकर शनिवार को गुना शहर के एक निजी होटल में आयोजित पत्रकार वार्ता में रघुवंशी समाज के पदाधिकारियों ने इस पूरी घटना को अंतरराष्ट्रीय षड्यंत्र करार दिया। पत्रकार वार्ता में अखिल भारतीय अखंड रघुवंशी क्षत्रिय महापरिषद ने इस घटना को सिर्फ एक दंपती से जुड़ा मामला न मानते हुए इसे देश की सुरक्षा, मानवता और सांप्रदायिक सौहार्द पर हमला बताया। इस दौरान राष्ट्रीय पदाधिकारी संदीप रघुवंशी छिंदवाडा, धर्मेन्द्र रघुवंशी, गुना संरक्षक रविन्द्र रघुवंशी, भूपेन्द्र सिंह रघुवंशी, शंभू रघुवंशी, आदित्य रघुवंशी आदि उपस्थित थे। महापरिषद के पदाधिकारियों ने बताया कि राजा रघुवंशी का शव मेघालय के एक पर्यटन स्थल पर संदिग्ध परिस्थितियों में मिला, जिसके पास धारदार हथियार भी मिला है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि उनकी हत्या की गई है। वहीं, उनकी पत्नी सोनम का अब तक कोई सुराग नहीं लगा है। सोनम अशोकनगर के खेजरा गांव की रहने वाली है। पत्रकारों को संबोधित करते हुए परिषद पदाधिकारियों ने कहा कि इस मामले में कई संदिग्ध तथ्य और लापरवाहियां सामने आई हैं। होटल से नवदंपती के चारों मोबाइल फोन गायब हैं, होटल मालिक और गाइड भी जानकारी देने से बच रहे हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि जब नवविवाहित दंपती अपने हनीमून पर गया था, तब उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी मेघालय सरकार और केंद्र सरकार की थी। यह केवल रघुवंशी समाज का नहीं बल्कि पूरे देश का मुद्दा है। महापरिषद पदाधिकारियों ने आशंका जताई कि यह घटना बांग्लादेशी घुसपैठियों के नेटवर्क से जुड़ी अंतरराष्ट्रीय साजिश हो सकती है। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश की सीमा उस क्षेत्र से मात्र 5-10 किलोमीटर दूर है, और पहले भी पहलगाम जैसी घटनाएं इसी पैटर्न पर हो चुकी हैं। परिषद ने मामले को सिंदूर ऑपरेशन से जोड़ते हुए कहा कि जैसे पहलगाम घटना के बाद सरकार ने सख्त कार्रवाई की थी, वैसी ही तत्परता इस बार भी अपेक्षित है। रघुवंशी समाज ने कहा कि यदि इस मामले की सीबीआई जांच नहीं हुई, तो यह पूरे देश की सुरक्षा व्यवस्था पर प्रश्नचिह्न है। उन्होंने कहा कि इस मामले को सिर्फ एसआईटी से नहीं सुलझाया जा सकता, इसके लिए बीएसएफ, विदेश मंत्रालय और खुफिया एजेंसियों को भी अलर्ट मोड पर लाया जाना चाहिए। पत्रकार वार्ता में समाज के नेताओं ने कहा कि हमें अभी जानकारी मिली है कि सिक्किम से एक और दंपती लापता है, और एक एनआरआई की लाश भी वहां से बरामद हुई है। इन तमाम घटनाओं से संकेत मिलता है कि यह कोई संयोग नहीं बल्कि मानव तस्करी और अंतरराष्ट्रीय आतंक का संगठित तंत्र है। इस मौके पर समाज ने केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, मुख्यमंत्री मोहन यादव तथा केंद्र सरकार द्वारा अब तक दिए गए समर्थन के लिए आभार जताया, साथ ही मांग की कि वे इस मामले में और अधिक गंभीरता से हस्तक्षेप करें। समाज ने प्रधानमंत्री कार्यालय में प्रतिनिधिमंडल भेजने और दिल्ली में प्रदर्शन की चेतावनी भी दी। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ रघुवंशी समाज की नहीं, बल्कि पूरे भारत की अस्मिता और नागरिकों की सुरक्षा का प्रश्न है। अब समय आ गया है कि सरकारें अपनी जिम्मेदारी निभाएं और इस षड्यंत्र का पर्दाफाश कर दोषियों को कठोर सजा दिलवाएं।- सीताराम नाटानी (ईएमएस)