राज्य
07-Jun-2025
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इन्दौर (ईएमएस)। एसोसिएशन ऑफ इंडस्ट्रीज मध्यप्रदेश एवं यारी क्वालिटेक के संयुक्त तत्वावधान में, वर्ल्ड फूड सेफ्टी डे के अवसर पर ओमनी रेसीडेंसी इन्दौर में एक विचारशील और जागरूकता आधारित कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सांसद शंकर लालवानी ने कहा कि स्वास्थ्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता मानकों का पालन अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने बताया कि इन्दौर न केवल स्वच्छता में, बल्कि खाद्य सुरक्षा के क्षेत्र में भी अग्रणी भूमिका निभा रहा है और देश का नेतृत्व कर रहा है। एसोसिएशन के अध्यक्ष योगेश मेहता ने कहा कि खाद्य उत्पादकों को नवाचार अपनाना चाहिए क्योंकि हमारे शहर के उत्पाद अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी पसंद किए जा रहे हैं। उन्होंने उत्पादों की गुणवत्ता जांच हेतु टेस्टिंग लैब्स की स्थापना को आवश्यक बताया। इस अवसर पर फूड सेफ्टी विभाग से धर्मेंद्र सोनी के निर्देशन में अवशेष अग्रवाल द्वारा “इन्दौर में खाद्य सुरक्षा की यात्रा” पर पॉवर पॉइंट प्रस्तुति दी गई। उन्होंने बताया कि किस प्रकार इन्दौर ने पिछले वर्षों में Eat Right Challenge के विभिन्न चरणों में देश भर में प्रथम स्थान प्राप्त किया है, Clean Street Food Hub, Eat Right Campus, Hygiene Rating आदि के अंतर्गत अनेक उपलब्धियाँ हासिल की हैं, और टेक्नोलॉजी का उपयोग करते हुए आमजन तक सेवाएँ पहुँचाई हैं। कार्यक्रम के दौरान फूड सेफ्टी साइंस इन एक्शन विषय पर आधारित पैनल चर्चा का आयोजन हुआ, जिसमें उद्योग, तकनीक, कानूनी प्रक्रिया और उपभोक्ता जागरूकता जैसे कई पहलुओं पर गहराई से विमर्श किया गया। इस पैनल में विशेषज्ञों के रूप में सुमित सुरी, अनुराग बोथरा, मनोज रघुवंशी, सौरभ अग्रवाल श्रीमती यशी श्रीवास्तव और मॉडरेटर के रूप में तरुण तिवारी शामिल हुए। चर्चा के दौरान यह स्पष्ट रूप से सामने आया कि खाद्य व्यवसाय संचालकों (FBOs) को नियमित रूप से प्रशिक्षण और जागरूकता कार्यक्रमों से जोड़ना अत्यंत आवश्यक है, जिससे वे खाद्य सुरक्षा मानकों के प्रति संवेदनशील बन सकें। यारी क्वालिटेक की ओर से श्रीमती यशी श्रीवास्तव ने फूड सेफ्टी पर क्विज का आयोजन किया और Z-Certification व सरकारी सब्सिडी योजनाओं की जानकारी दी। कार्यक्रम के दौरान खाद्य सुरक्षा प्रशासन द्वारा मोबाइल फूड टेस्टिंग लैब के माध्यम से खाद्य पदार्थों में मिलावट की जांच के सरल घरेलू तरीकों की जानकारी भी दी गई। प्रतिभागियों को यह बताया गया कि किस प्रकार सामान्य घरेलू सामग्री और आसान प्रक्रियाओं से वे दूध, मसाले, तेल, चाय पत्ती, शहद आदि में संभावित मिलावट की पहचान कर सकते हैं। इस पहल का उद्देश्य उपभोक्ताओं को सजग बनाना और रोजमर्रा की खाद्य वस्तुओं की शुद्धता सुनिश्चित करने की दिशा में उन्हें सशक्त बनाना था। कार्यक्रम का संचालन डॉ. सुनीता जैन ने किया और आभार प्रदर्शन तरुण व्यास ने किया। इस कार्यक्रम में 100 से अधिक प्रतिभागियों की सहभागिता रही, जिनमें विभिन्न फूड एसोसिएशनों के पदाधिकारी, उद्यमी, महिला सिद्धि सदस्य तथा प्रतिष्ठानों से प्रतिनिधि जैसे उत्तमभोग, नेमा कुल्फी, दवे का मसाला आदि सम्मिलित रहे। उमेश/पीएम/7 जून 2025