महासमुंद(ईएमएस)। पिथौरा विकासखंड के लहरौद गांव की 70 वर्षीय प्रतिभा मसीह, जिन्होंने प्रशासन से अपने घर को वापस दिलाने की मांग करते हुए 10 जून को मुख्यमंत्री कार्यालय के सामने आत्मदाह की चेतावनी दी थी, अचानक गायब हो गई हैं। वे अपनी बौद्धिक विकलांग बेटी और दो नातियों के साथ रविवार की सुबह से लापता हैं, जिससे प्रशासन और पुलिस में हड़कंप मच गया है। पुलिस उन्हें खोजने में जुटी हुई है। प्रतिभा मसीह ने बताया कि उन्होंने 2017 में लहरौद गांव के वार्ड 6 में मकान खरीदा था। आर्थिक तंगी के कारण 2019 में उन्होंने गांव की ही सरकारी शिक्षिका गंगादेवी ध्रुव से 73 हजार रुपए उधार लिए थे, यह समझौता हुआ था कि छह महीने के अंदर वे पैसा लौटाकर मकान वापस ले लेंगी। लेकिन जब वह पहले से पैसे लौटाने की कोशिश करने लगीं, तो शिक्षिका ने रकम लेने से इनकार कर मकान अपने नाम करने का दावा कर लिया। प्रतिभा मसीह वर्तमान में एक जर्जर टीनशेड मकान में अपनी मानसिक रूप से कमजोर बेटी और नातियों के साथ रह रही हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया है कि शिक्षिका गंगादेवी ध्रुव ने गांव की सरकारी बड़ेझाड़ मद की भूमि पर अवैध कब्जा कर निर्माण कार्य शुरू कर दिया है। सूत्रों के अनुसार, दो दिन पहले एक पुलिस अधिकारी द्वारा डांट-फटकार मिलने के बाद प्रतिभा मसीह मानसिक रूप से परेशान थीं। इस घटना के बाद उनकी अचानक गायबगीरी कई सवाल खड़े कर रही है। पिथौरा के एसडीएम ने बताया कि मामला उनके संज्ञान में है और प्रारंभिक रूप से इसे पैसों के लेनदेन का विवाद माना जा रहा है। पटवारी को भेजकर संपत्ति की स्थिति की जांच कराई जाएगी और आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। सत्यप्रकाश(ईएमएस)09 जून 2025