राष्ट्रीय
09-Jun-2025


अप्रैल में पीएम मोदी की ओली से बैंकॉक समिट में हुई थी मुलाकात नई दिल्ली (ईएमएस)। नेपाल के पीएम केपी शर्मा ओली जल्द ही भारत का दौरा कर सकते हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इस साल जुलाई में ओली दिल्ली आ सकते हैं। ओली पिछले साल जुलाई में नेपाल के प्रधानमंत्री नियुक्त हुए थे। नेपाल के प्रधानमंत्रियों की शपथ ग्रहण के बाद पहले विदेशी दौरे पर भारत आने की परंपरा रही है। ओली के साथ ऐसा नहीं हुआ। ओली ने परंपरा निभाने की कोशिश की लेकिन उनको भारत की सरकार से समय नहीं मिल पाया। अब उनके भारत दौरे का रास्ता साफ होता दिख रहा है। रिपोर्ट के मुताबिक नेपाल सरकार की ओर से अपने नक्शे में लिपुलेख जैसे भारत के कुछ हिस्सों को दिखाने और कुछ बयानों के चलते बीते साल दोनों देशों के रिश्ते में तनाव पैदा हो गया था। ओली की ओर से ऐसे संकेत दिए गए थे, जिससे लगा था कि वह चीन को प्राथमिकता दे रहे हैं। प्रधानमंत्री बनने के बाद ओली ने बीते साल नवंबर में चीन का दौरा किया था। इससे भारत नाराज हो गया था और उनके दिल्ली आने का रास्ता साफ नहीं हो सका था। नेपाल की विदेश मंत्री आरजू देउबा राणा ने अपने दिल्ली दौरे में भारत से केपी ओली की यात्रा को सुगम बनाने का अनुरोध किया था। अप्रैल में भारत के पीएम नरेंद्र मोदी की बैंकॉक में समिट के दौरान केपी ओली से मुलाकात हुई थी। पहलगाम आतंकी हमले के बाद भी केपी ओली ने पीएम मोदी को फोन कर अपनी संवेदना जताई थी। इसके बाद दोनों देशों के रिश्ते फिर पटरी पर लौटते नजर आ रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक फिलहाल 72 साल के केपी ओली के भारत दौरे की तैयारी चल रही है। केपी ओली के पीएम बनने पर पीएम मोदी ने उनको बधाई देते हुए दोनों देशों के बीच संबंध मजबूत करने और परस्पर सहयोग बढ़ाने के लिए साथ मिलकर काम करने की उम्मीद जताई थी। हालांकि ओली के पीएम बनने से भारत और नेपाल के रिश्ते में तनाव पैदा हो गया। इसकी संभावना एक्सपर्ट पहले ही जता रहे थे क्योंकि ओली को चीन समर्थक माना जाता रहा है। ओली पहले भी तीन बार नेपाल के पीएम बन चुके हैं। पूर्व में भी केपी ओली के नेपाल पीएम रहते हुए नेपाल के भारत के साथ रिश्ते तनावपूर्ण हो गए थे। बता दें अपने पहले कार्यकाल में ओली ने भारत पर नेपाल के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करने और उनकी सरकार को गिराने का आरोप लगा दिया था। उन्होंने नेपाल की सरकार में रहते हुए चीन से रिश्ते सुधारने को तरजीह दी। हालांकि अब वह भारत से रिश्ते बेहतर करने की ओर बढ़ रहे हैं। सिराज/ईएमएस 09जून25