09-Jun-2025
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कोतवाली पहुंचकर की शिकायत, शहर में घंटों रही जलसंकट की स्थिति गुना (ईएमएस)| शहर के वार्ड 13 में एक टेंकर चालक से उसकी जाति पूछकर की गई मारपीट के विरोध में सोमवार को जलप्रकोष्ठ के सभी टेंकर चालक और कर्मचारी हड़ताल पर चले गए। इससे शहर की टेंकर सप्लाई और जलापूर्ति घंटों तक ठप रही, जिससे नागरिकों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। घटना सोमवार सुबह 11 बजे की है, जब टेंकर चालक सूरज कुशवाह वार्ड 13 के पार्षद ब्रजेश राठौर के कहने पर पानी का टेंकर लेकर छिग्गा चौराहा, तलैया मोहल्ला पहुंचे थे। वहां एक परिवार ने अपने घर के सामने टेंकर रुकवाकर मोटर से पानी भरना शुरू कर दिया। इस बीच उसी परिवार के एक अन्य सदस्य ने टेंकर को थोड़ा आगे बढ़ाने को कहा। पहले तो चालक ने मना किया लेकिन बार-बार कहने पर उसने टेंकर थोड़ा आगे कर दिया। इसी बात को लेकर वहां मौजूद हनीफ, अहसान सहित चार-पांच लोगों ने टेंकर चालक सूरज कुशवाह का गिरेबान पकड़ लिया और उसकी समाज पूछने के बाद उसके साथ गाली-गलौज कर मारपीट शुरू कर दी। आरोपियों ने चालक के साथ धक्का-मुक्की करते हुए उसके साथ जातिसूचक अपशब्द कहे और लात-घूंसों से हमला कर दिया। किसी तरह पीडि़त सूरज उनके चंगुल से भाग निकला और मामले की जानकारी जलप्रकोष्ठ के अन्य कर्मचारियों एवं टेंकर प्रभारी हेमंत रघुवंशी को दी। इसके बाद सूरज कुशवाह शिकायत लेकर सिटी कोतवाली पहुंचा, लेकिन वहां पुलिस ने उसकी कोई सुनवाई नहीं की। जब यह बात अन्य टेंकर चालकों और कर्मचारियों को पता चली तो सभी लामबंद होकर कोतवाली पहुंचे और सामूहिक कामबंदी की चेतावनी दी। इसके बाद पुलिस हरकत में आई और मामला दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू की। टेंकर प्रभारी हेमंत रघुवंशी ने बताया कि जिस इलाके में घटना हुई वहां पानी की कोई गंभीर समस्या नहीं है, केवल सप्लाई का समय थोड़ा ऊपर-नीचे हो सकता है। वार्ड पार्षद की मांग पर टेंकर भेजा गया था, लेकिन एक ही परिवार पूरे टेंकर का पानी भरना चाहता था। जब चालक ने मना किया तो उस पर जातिगत आधार पर हमला कर दिया गया। रघुवंशी ने स्पष्ट किया कि जब तक आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं होती, तब तक टेंकर सप्लाई का काम बंद रहेगा। हड़ताल के कारण सोमवार को शहर में टेंकरों के माध्यम से होने वाली जलापूर्ति पूरी तरह से बाधित रही। इससे कई वार्डों में पेयजल संकट उत्पन्न हो गया। घटना से आक्रोशित जलप्रकोष्ठ के कर्मचारियों ने प्रशासन से दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है। साथ ही कहा कि यदि समाज के आधार पर कर्मचारियों के साथ भेदभावपूर्ण व्यवहार किया जाएगा और उन पर हमला होगा, तो वे चुप नहीं बैठेंगे।- सीताराम नाटानी (ईएमएस)