जगदलपुर(ईएमएस)। बस्तर जिले के दरभा विकासखंड के ग्राम जूनापानी में पेयजल संकट की स्थिति नहीं है। गांव में उपलब्ध सभी जलस्रोतों का ब्लीचिंग पाउडर एवं लिक्विड क्लोरीन से शुद्धिकरण किया गया है। इसके साथ ही ग्रामीणों को साफ पानी का उपयोग करने और स्वच्छता बनाए रखने की समझाइश भी दी गई है। इस संबंध में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग (PHED) के कार्यपालन अभियंता एचएस मरकाम ने जानकारी देते हुए बताया कि जूनापानी गांव में कुल 20 घर हैं और दो हैंडपंप कार्यरत स्थिति में हैं, जिनसे पर्याप्त मात्रा में पानी की आपूर्ति हो रही है। विभाग द्वारा समय-समय पर पानी की जांच जिला जल प्रशिक्षण प्रयोगशाला, जगदलपुर में कराई जाती रही है और हर बार पानी शुद्ध पाया गया है। हाल ही में गांव में उल्टी-दस्त की शिकायतों के बाद पुनः जल परीक्षण किया गया, जिसमें भी पानी शुद्ध निकला। गांव के दो कुंओं को स्थायी रूप से बंद कर दिया गया है और ग्रामीणों को वहां का पानी उपयोग में न लेने की सलाह दी गई है। श्री मरकाम ने बताया कि गांव के जलस्रोतों के आसपास ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव किया गया है और हैंडपंपों का क्लोरीनेशन कराया गया है। प्रत्येक घर में लिक्विड क्लोरीन की शीशियां भी दी गई हैं, ताकि पीने के पानी को और अधिक सुरक्षित बनाया जा सके। स्वच्छता के प्रति जागरूकता अभियान के तहत विभागीय मैदानी अमले द्वारा ग्रामीणों, सरपंच, उपसरपंच, पंचायत सचिव समेत अन्य पदाधिकारियों को साफ-सफाई, व्यक्तिगत स्वच्छता, सोख्ता गड्ढा निर्माण और साफ बर्तनों के उपयोग को लेकर जानकारी दी गई। PHED ईई ने बताया कि जल जीवन मिशन के तहत जूनापानी गांव में हर घर शुद्ध पेयजल आपूर्ति की व्यवस्था की जा रही है। पाइपलाइन बिछाई जा चुकी है, 55 हजार लीटर क्षमता की टंकी भी तैयार है और सभी घरों में स्टैंड पोस्ट लगाए जा चुके हैं। जैसे ही विद्युत कनेक्शन मिलता है, घर-घर नल से जल आपूर्ति शुरू कर दी जाएगी। ईएमएस(संजय कुमार जैन)09 जून 2025