राष्ट्रीय
10-Jun-2025
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नई दिल्ली (ईएमएस)। आपको बता दें कि कई लोग जरूरी बातें भी करते हैं, फिर भी उन्हें गंभीरता से नहीं लिया जाता। इसका कारण हमारे व्यवहार में छिपी कुछ आदतें होती हैं, जो अनजाने में हमारी छवि को कमजोर बना देती हैं। इन्हीं आदतों के चलते लोग हमें हल्के में लेने लगते हैं। सबसे आम आदत है हर बात में हंसी-मजाक करना। हंसमुख होना अच्छी बात है, लेकिन यदि आप हर गंभीर बात को मजाक में बदल देते हैं, तो लोग आपको सिर्फ मनोरंजन के लिए उपयुक्त समझते हैं, न कि सलाह के लिए। ऐसे में लोग यह मानने लगते हैं कि आप किसी भी गंभीर चर्चा का हिस्सा नहीं बन सकते। दूसरी वजह है बार-बार अपने फैसले बदलना। जब कोई व्यक्ति एक निर्णय लेकर थोड़ी ही देर में उसे बदल देता है, तो उससे यह संदेश जाता है कि वह खुद अपने फैसलों पर भरोसा नहीं करता। इससे उसकी विश्वसनीयता पर असर पड़ता है और लोग उसकी बातों पर ध्यान देना बंद कर देते हैं। कुछ लोग हर समय दिखावा करते हैं। वे खुद को हर विषय में पारंगत बताने की कोशिश करते हैं, लेकिन असलियत में कुछ ठोस करते हुए नजर नहीं आते। ऐसे लोग ‘अधजल गगरी छलकत जाए’ वाली कहावत को सच कर देते हैं। जब किसी के पास सिर्फ बातें होती हैं और काम नहीं, तो लोग उसकी बातों को भी उतना ही खोखला समझते हैं। जो लोग जिम्मेदारियों से बचते हैं, उनसे भी लोग दूरी बनाने लगते हैं। आखिरी लेकिन सबसे अहम बात यह है कि जो लोग खुद अपनी इज्जत नहीं करते, उनकी बातों को भी कोई तवज्जो नहीं देता। जब आप खुद को दूसरों से कमतर समझते हैं, तो लोग भी आपको हल्के में लेने लगते हैं। खुद की इज्जत करना, आत्मसम्मान बनाए रखना बेहद जरूरी है, ताकि लोग आपकी बातों को महत्व दें। बता दें कि काम का वक्त आते ही बहाने बनाने वाले लोग खुद को कमजोर साबित कर देते हैं। जब आप अपनी जिम्मेदारी नहीं निभाते, तो कोई और क्यों आप पर भरोसा करेगा? सुदामा/ईएमएस 10 जून 2025