हमास को खत्म करने की जिम्मेदारी पॉपुलर फोर्सेज को गाजा(ईएमएस)। इजराइल सरकार पर गंभीर आरोप लगे हैं कि उसने गाजा में हमास का मुकाबला करने के लिए एक फिलिस्तीनी मिलिशिया को हथियार दिए हैं। गाजा में हमास का पिछले 2 दशक से कब्जा है। इजराइल तमाम कोशिशों के बावजूद हमास का पूरी तरह से खात्मा नहीं कर पाया है। इजराइल ने गाजा में हमास को खत्म करने की जिम्मेदारी ‘पॉपुलर फोर्सेज’ को दी है। इसका लीडर यासर अबू शबाब है। अबू शबाब खुद को ‘आतंकवाद को मिटाने वाला’ कहता है, लेकिन कई मानवाधिकार संगठन इसे लुटेरों और अपराधियों का नेता मानते हैं। इजराइल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने भी पिछले सप्ताह माना था कि उन्होंने गाजा में हमास को कमजोर करने के लिए उनके विरोधी संगठनों को अपना समर्थन दिया है। नेतन्याहू ने कहा कि अगर इससे इजराइली सैनिकों की जान बचती है, तो इसमें क्या गलत है। अबू शबाब एक समय छोटे अपराधों में लिप्त था। कुछ साल पहले हमास की पुलिस ने उसे चोरी और ड्रग्स की तस्करी के आरोप में जेल में डाल दिया था। 2023 के अंत में जब इजराइल और हमास के बीच जंग छिड़ी, तो इजराइली हवाई हमलों की आड़ में वह जेल से फरार हो गया। जेल से भागने के बाद उसने खुद का एक सशस्त्र संगठन पॉपुलर फोर्सेज मिलिशिया खड़ा कर लिया। पॉपुलर फोर्सेज मिलिशिया दक्षिणी गाजा में एक्टिव है। इसमें 100 से ज्यादा मेंबर हैं। ये लड़ाके फिलिस्तीनी झंडे और ‘काउंटर-टेररिज्म यूनिट’ के पैच वाली वर्दी पहनते हैं। इजराइली एजेंसी शिन बेट ने की प्लानिंग दावा किया गया है कि पॉपुलर फोर्सेज इजरायली सेना के नियंत्रण वाले इलाकों में काम कर रही है। इजराइल ने हमास से जब्त किए गए हथियार, जैसे कि क्लाशिनकोव (एके 47) राइफलें भी इन्हें दिए हैं। रिपोर्ट के मुताबिक इस पूरी योजना को इजराइल की आंतरिक सुरक्षा एजेंसी शिन बेट ने प्लान किया था जिसे प्रधानमंत्री नेतन्याहू तथा उनके सुरक्षा अधिकारियों ने भी मंजूरी दी। इजराइली सरकार का तर्क है कि यह रणनीति इसलिए अपनाई गई ताकि हमास को कमजोर किया जा सके और इजराइली सैनिकों की जान बचाई जा सके। हालांकि इस योजना की काफी आलोचना हो रही है। पूर्व रक्षा मंत्री एविगडोर लेबरमैन ने यहां तक कह दिया कि पॉपुलर फोर्सेज, इस्लामिक स्टेट जैसे आतंकी संगठन से जुड़ा है। हालांकि इसके कोई पक्के सबूत सामने नहीं आए हैं। विनोद उपाध्याय / 10 जून, 2025