ढाका (ईएमएस)। बांग्लादेश में अवामी लीग का ने आरोप लगाया है कि उनके कार्यकर्ताओं की जेल में टारगेट किलिंग की जा रही है, जो सही नहीं है। लीग ने मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार को सीधे इसके लिए जिम्मेदार ठहराया और सख्त लफ्जों में इस कृत्य की निंदा की। अवामी लीग ने एक बयान में कहा, “देश भर की अलग-अलग जेलों में बांग्लादेश अवामी लीग के कार्यकर्ताओं की रहस्यमयी मौतों और क्रूर दमन की एक श्रृंखला ने आक्रोश और चिंता को जन्म दिया है। राजनीतिक विश्लेषकों और अधिकार समूहों का कहना है कि ये अलग-थलग घटनाएं नहीं हैं, बल्कि यूनुस-संबद्ध छाया प्राधिकरण के नेतृत्व में एक सुव्यवस्थित, गुप्त अभियान का हिस्सा हैं। इसका उद्देश्य भय, यातना और उन्मूलन के माध्यम से मुक्ति समर्थक राजनीति की रीढ़ तोड़ना है।” पार्टी के बयान के अनुसार, “प्रत्यक्षदर्शियों और लीक हुई रिपोर्ट्स ने चिकित्सा लापरवाही और जानबूझकर चिकित्सा सुविधा समय पर मुहैया नहीं कराई। जिसके कारण मौतें हुईं, जबरदस्ती जहर दिया गया या उनका रसायन के जरिए हृदयाघात कराया गया, उन्हें अलग (एकांत) कारावास में रखा गया और साथ ही अवामी लीग कार्यकर्ताओं को शारीरिक यातनाएं दी गईं। ये घटनाक्रम पार्टी की ताकत को कुचलने के एक गुप्त अभियान की ओर इशारा करते हैं, वो भी उस पार्टी को जिसने देश को आजाद कराने में भूमिका निभाई ।” इस बीच सोमवार को अवामी लीग ने अपने नेता अली असगर की जेल में मौत की सजा के मामले का मुद्दा उठाया। बयान में कहा गया, “अली असगर की हत्या यूनुस शासन की क्रूरता को उजागर करती है। यूनुस शासन के तहत जेलें यातना कक्ष बन गई हैं, जहां अवामी लीग के नेताओं को खत्म किया जा रहा है। पिछले महीने एक बयान में, अवामी लीग ने खुलासा किया कि यूनुस के सत्ता में आने के बाद से अवामी लीग के कम से कम 21 सदस्यों की हिरासत में मौत हो चुकी है। बयान में कहा गया है, “कथित तौर पर जेलों के अंदर और पुलिस हिरासत में हुई हत्याएं, राष्ट्रीय कानूनों और अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार मानकों दोनों का गंभीर उल्लंघन है।” सुबोध\१०\०६\२०२५