13-Jun-2025
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नई दिल्ली (ईएमएस)। पेठा या सफेद कद्दू केवल एक सब्ज़ी भर नहीं बल्कि औषधीय गुणों से भरपूर एक उपयोगी खाद्य पदार्थ है। सफेद कद्दू का रस अल्सर को बढ़ने से रोकता है। वैज्ञानिक अध्ययनों में यह स्पष्ट रूप से सामने आया है। कई वर्षों से पारंपरिक चिकित्सा में इसका उपयोग किया जाता रहा है, लेकिन अब आधुनिक विज्ञान ने भी इसके प्रभाव को प्रमाणित किया है। एक हालिया शोध में यह पाया गया कि चूहों पर किए गए परीक्षणों में ऐश गॉर्ड का रस अल्सर को बढ़ने से रोकता है और इसमें किसी प्रकार का नशा नहीं होता। इससे यह संकेत मिलता है कि यह रस न केवल सुरक्षित है बल्कि आंतों की रक्षा करने में भी मददगार है। वर्ष 2005 में एक अन्य अध्ययन में बताया गया कि इसके बीजों के अर्क में कैंसर कोशिकाओं तक खून की आपूर्ति रोकने की शक्ति होती है, जिससे ट्यूमर के विकास को नियंत्रित किया जा सकता है। इसके अतिरिक्त, 2000 में किए गए एक परीक्षण से यह सामने आया कि ऐश गॉर्ड रस मॉर्फिन के नशे के आदी चूहों में नशा छोड़ने के लक्षणों को कम करता है। यह उन लोगों के लिए उपयोगी हो सकता है जो गांजा या भांग जैसी आदतों से मुक्ति पाना चाहते हैं। ऐश गॉर्ड में लगभग 96 प्रतिशत पानी होता है और इसमें विटामिन बी, सी, निएसिन, थिएमाइन, रिबोफ्लेविन जैसे जटिल विटामिन्स के साथ-साथ कैल्शियम, पोटैशियम, मैग्नीशियम, लोहा और ज़िंक जैसे खनिज तत्व भी प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। इसके नियमित सेवन से शरीर को न केवल पोषण मिलता है बल्कि यह कई गंभीर बीमारियों से भी सुरक्षा प्रदान करता है। एक अध्ययन के अनुसार ऐश गॉर्ड में ऐसे तत्व मौजूद हैं जो खराब हो रहे गुर्दों की रक्षा करने में सहायक होते हैं। वहीं 2005 में एक अन्य शोध में यह सिद्ध किया गया कि यह पारंपरिक रूप से जुलाब रोकने के लिए प्रभावी है। अवसाद को कम करने के गुण भी इसमें पाए गए हैं। इसके बीजों में सूजन और दर्द को कम करने की क्षमता भी 2010 के अध्ययन में सिद्ध हुई। साथ ही, डायबिटीज़ नियंत्रण में भी इसके पाउडर ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। सुदामा/ईएमएस 13 जून 2025