13-Jun-2025
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- अब घर बैठे पूरे होगा काम भोपाल (ईएमएस)। मप्र में नगरीय निकाय क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को अब 24 सेवाएं ऑनलाइन मिलेंगी। इसके लिए नगरीय निकायों में ई-नगरपालिका पोर्टल लॉन्च करने वाला है। यह पोर्टल नागरिकों को घर बैठे ही कई तरह की सेवाएं प्रदान करेगा। इसमें जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र, नल कनेक्शन, संपत्ति कर भुगतान जैसी कई सुविधाएं शामिल होंगी। पोर्टल को और बेहतर बनाने के लिए जीआईएस और एआई तकनीक का भी इस्तेमाल किया जाएगा। इस नए पोर्टल का नाम ई-नगरपालिका 2.0 है। यह पुराने पोर्टल का उन्नत संस्करण है। इससे पहले वाले पोर्टल में कुछ तकनीकी दिक्कतें आ रही थीं। उन्हें दूर करने के लिए इस नए पोर्टल को और ज्यादा तकनीकी रूप से मजबूत बनाया गया है। इससे लोगों को बेहतर और सुविधाजनक सेवाएं मिल सकेंगी। मप्र ऐसा पहला राज्य बनने जा रहा है जहां प्रदेश के सभी नगरीय निकायों को एक पोर्टल पर लाया जा रहा है। हालांकि अभी भोपाल नगर निगम का अलग पोर्टल बीएमसी ऑनलाइन है। इसका अनुबंध पूरा होने पर भोपाल नगर निगम को भी ई-नगर पालिका से जोड़ा जाएगा। जानकारी के अनुसार नगरीय विकास विभाग ने प्रदेश के सभी नगरीय निकायों में एक साथ ऑनलाइन सेवाएं देने के लिए ई-नगर पालिका 2.0 सॉफ्टवेयर तैयार करा लिया है। ई-नगर पालिका 2.0 का राजस्व, उद्योग और पंजीयन विभाग के साथ एकीकरण किया गया है। इससे प्रॉपर्टी की रजिस्ट्री के साथ ही नामांतरण हो जाएगा और प्रॉपर्टी टैक्स का खाता भी बन जाएगा। ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के तहत उद्योगों को भी जल्द ऑनलाइन अनुमतियां जारी होंगी। नागरिकों को भी घर बैठे. नगरीय निकायों की सेवाएं मिलेंगी, उन्हें कार्यालय के चक्कर लगाने की जरूरत नहीं होगी। नगरीय विकास एवं आवास विभाग ने प्रदेश के सभी नगरीय निकायों को ऑनलाइन सेवाओं से जोडऩे के लिए केन्द्रीकृत वेब आधारित ई-नगरपालिका 2.0 योजना शुरू कर दी है। यह योजना डिजिटल इंडिया अभियान को प्रदेश में आगे बढ़ाने और पारदर्शी तथा त्वरित नागरिक सेवाएं देने के उद्देश्य से लागू की गई है। इसके पहले ई-पगरपालिका 1.0 शुरू किया गया था। इसके द्वारा नगरीय निकायों द्वारा दी जा रही नागरिक सेवाओं, जन-शिकायत सुविधा, निकायों की आंतरिक कार्य-प्रणाली, सभी तरह के भुगतान और बजट प्रक्रिया को एकीकृत किया गया है। इसमें ऑनलाइन आवेदन की व्यवस्था की गई थी। लेकिन अब नई सेवा के तहत आवेदन के साथ 24 प्रकार की सेवाएं भी ऑनलाइन ही दी जाएंगी। यानी घर बैठे नागरिक ऑनलाइन आवेदन करेंगे और उन्हें ई-कि मेल और अन्य माध्यमों से सेवा प्रदान कर दी जाएगी। नहीं लगाने होंगे दफ्तरों के चक्कर अभी तक लोगों को नगर निगम के कामों के लिए दफ्तर के चक्कर काटने पड़ते थे। जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र, नल कनेक्शन, या कोई और काम हो, सबके लिए ऑफिस जाना ज़रूरी था। लेकिन अब इस नए पोर्टल के जरिए लोग घर बैठे ही ये सभी काम कर सकेंगे। इससे समय की भी बचत होगी और परेशानी भी कम होगी। ई-नगरपालिका 2.0 को कॉमन सर्विस सेंटर, एमपी ऑनलाइन कियोस्क सेंटर और भुगतान गेटवे के साथ जोड़ा जा रहा है। इससे तय शुल्क का आसानी से ऑनलाइन भुगतान हो सकेगा। इसके साथ कॉमन सर्विस सेंटर और किओस्क के माध्यम से भी सेवाएं ली जा सकेंगी। अब इस पोर्टल को क्लाउड पर शिफ्ट कर दिया गया है। इसलिए अब सर्वर डाउन जैसी समस्याएं भी नहीं होंगी। इससे नागरिकों को सेवाएं तेजी से मिलेंगी। नागरिकों को घर बैठे संपत्ति कर का नया खाता खोलने और कर जमा करने, नया नल कनेक्शन लेने, जलकर का भुगतान करने, जन्म, मृत्यु प्रमाण-पत्र बनवाने, ट्रेड लाइसेंस, मैरिज रजिस्ट्रेशन, बिल्डिंग परमिशन, पेड़ काटने की अनुमति, फायर एनओसी के साथ अन्य प्रकार की सभी एनओसी ऑनलाइन मिलेंगी। सभी दस्तावेजों के साथ ऑनलाइन आवेदन करने पर ई-मेल या वाट्सऐप पर डिजिटल हस्ताक्षरित प्रमाणपत्र, एनओसी आदि मिल जाएगी। एआई और जीआईएस का उपयोग ई-नगरपालिका 2.0 में पहले के मुकाबले ज़्यादा सेवाएं और सुविधाएं होंगी। पुराने पोर्टल पर 22 नागरिक सेवाएं और 15 मॉड्यूल उपलब्ध थे। नए पोर्टल में 24 सेवाएं और 16 मॉड्यूल होंगे। इसके अलावा, इसमें जीआईएस (भौगोलिक सूचना प्रणाली) और एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) का भी इस्तेमाल किया जाएगा। जीआईएस की मदद से शहर के नक्शे और भौगोलिक जानकारी आसानी से मिल सकेगी। एआई से सिस्टम और भी स्मार्ट और कारगर बनेगा। इससे निकायों के टैक्स पैटर्न का विश्लेषण एआई मिनटों में कर देगा कि कहां से टैक्स ज्यादा आ रहा है और कहां से कम। जीआईएस और एआई तकनीक से जांच की जा सकेगी भवन कितने क्षेत्र में और कितने मंजिल का बना है। उसी के अनुसार आवेदनों का निराकरण होगा। विनोद / 13 जून 25