गुना (ईएमएस)|जिले के म्याना थाना क्षेत्र में एक विवाहिता के सामूहिक अपहरण और दुष्कर्म मामले में पुलिस ने सभी आठ आरोपियों को गिरफ्तार किया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार 11 जून 2025 को 20 वर्षीय एक विवाहिता ने पुलिस चौकी ऊमरी पर रिपोर्ट दर्ज कराते हुए बताया कि 08-09 जून की रात ग्राम सिमरोद, थाना बमोरी के आठ लोगों छगन, सोनू, तोरन, कैलाश, अंतर सिंह, दीप सिंह, राजेश और मसरया भिलाला ने उसे जबरन घर से पकड़ लिया और करीब दो किलोमीटर दूर जंगल में ले जाकर उसे धमकाते हुए सोनू नामक युवक ने उसके साथ जबरदस्ती की। पीडि़ता की शिकायत पर म्याना थाने में प्रकरण क्रमांक 181/2025 दर्ज कर आरोपियों पर भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 70(1), 87, 331(2), 115(2), 351(3), 3(5) के तहत अपराध कायम कर विवेचना प्रारंभ की गई। साथ ही पीड़िता का मेडिकल परीक्षण और न्यायालय में बयान कराए गए। घटना की गंभीरता को देखते हुए एसपी अंकित सोनी के निर्देशन, एएसपी मान सिंह ठाकुर के मार्गदर्शन एवं एसडीओपी गुना विवेक अष्ठाना के पर्यवेक्षण में आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी हेतु म्याना थाना पुलिस द्वारा टीमें गठित की गईं। पुलिस ने मुखबिर तंत्र को सक्रिय करते हुए लगातार दबिश दी और 24 घंटे के भीतर सभी आठ आरोपियों सोनू (24), दीप सिंह (24), राजेश (18), तोरन सिंह (32), कैलाश (24), छगन (42), अंतर सिंह (24) और मसरिया उर्फ विरम (20), सभी निवासी ग्राम सिमरोद को गिरफ्तार कर लिया। गुना पुलिस ने इस गंभीर महिला अपराध को गंभीरता से लेते हुए जितनी तेजी से कार्यवाही की है, वह जिले में महिला सुरक्षा के प्रति पुलिस की प्रतिबद्धता को दर्शाती है। महिला अपराधों में पुलिस द्वारा तत्पर और कठोर कार्रवाई अपराधियों के खिलाफ सख्त संदेश है। इस पूरी कार्रवाई में एसडीओपी विवेक अष्ठाना के नेतृत्व में म्याना थाना प्रभारी निरीक्षक रविन्द्र सिंह सिकरवार, ऊमरी चौकी प्रभारी सउनि महेन्द्र सिंह चौहान, उपनिरीक्षक रचना खत्री, प्रधान आरक्षक दिनेश गौतम, अशोक गुर्जर, सुजीत सिकरवार, लालाराम प्रजापति, आरक्षक सुनील यादव, नरेन्द्र रावत, रामकुमार रघुवंशी, महिला आरक्षक शिवानी चौहान एवं सैनिक धर्मेन्द्र रघुवंशी की सराहनीय भूमिका रही।- सीताराम नाटानी (ईएमएस)