नई दिल्ली,(ईएमएस)। अहमदाबाद में हुए विमान हादसे ने पूरे देश को दहला कर रख दिया। हादसे में 241 लोगों की जान चली गई। हादसे की सटीक वजह अभी तक पता नहीं चली है। शुरुआत में विमान का इंजन फेल होने का बड़ा कारण माना जा रहा था। हालांकि अब कयास लगाए जा रहे हैं कि कॉन्फिगरेशन एरर की वजह से यह दर्दनाक हादसा देखने को मिला है। दरअसल विमान उड़ाते समय किसी भी पायलट के लिए टेकऑफ सबसे मुश्किल काम होता है। टेकऑफ के दौरान एक छोटी सी तकनीकी या ऑपरेशन से जुड़ी कोई भी गलती कॉन्फिगरेशन एरर कहलाती है। अहमदाबाद विमान हादसे के पीछे कॉन्फिगरेशन एरर को बड़ी वजह माना जा रहा है। क्या है कॉन्फिगरेशन एरर? टेकऑफ के दौरान प्लेन के फ्लैप्स, थ्रस्ट, रोटेशन (तय समय पर टेकऑफ) और लैंडिंग गियर उठाने जैसी चीजों को मैनेज करना बेहद जरूरी होता है। इसके बाद अगर पायलट प्लैप्स की सेटिंग गलत कर दे, कम थ्रस्ट और समय से पहले टेकऑफ (रोटेशन) या लैंडिंग गियर न उठाने जैसी गलतियां कॉन्फिगरेशन एरर में गिनी जाती हैं। कॉन्फिगरेशन एरर विमान की उड़ान पर असर डालता है। इससे विमान को उठने और ऊंचाई पकड़ने में परेशानी होती है। इसतरह विमान नियंत्रण खो सकता है और दुर्घटना होना स्वाभाविक है। अहमदाबाद में दुर्घटनाग्रस्त हुआ एअर इंडिया के विमान में जीई जीईएनएक्स इंजन लगा था। टेकऑफ के 5-9 मिनट बाद विमान सिर्फ 825 फीट की ऊंचाई तक ही पहुंच सका था। उस दौरान विमान की रफ्तार 174 नॉट (320 किमी प्रति घंटा थी। हालांकि बोइंग 787 को टेकऑफ के लिए 200-250 नॉट की रफ्तार चाहिए होती है। क्रैश विमान के वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि प्लेन के लैंडिंग गियर नीचे हैं, जो टेकऑफ के समय ऊपर होने चाहिए थे। जीई जीईएनएक्स इंजन को सबसे भरोसेमंद इंजन माना जाता है। वहीं, एक-साथ विमान में लगे दोनों इंजन फेल होना काफी रेयर है। इससे कयास लगाए जा रहे हैं कि अहमदाबाद विमान हादसे की वजह पायलट की लापरवाही (कॉन्फिगरेशन एरर) वजह हो सकती है। आशीष/ईएमएस 14 जून 2025