- ओप्पो और रियलमी मोबाइल इंडिया ने विदेशी मुद्रा में कहीं-कहीं उच्च आंकड़े प्राप्त किए मुंबई (ईएमएस)। भारत में मेक इन इंडिया नीति के प्रयासों ने देश के स्मार्टफोन और इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों को विदेशी बाजारों तक पहुंचाने में मदद की है। चीन की बड़ी कंपनियों के साथ मिलकर निर्मित उत्पादों के साथ भारतीय कंपनियां अब विश्वभर में अपनी पहुंच बढ़ा रही हैं। रिपोर्ट के अनुसार ओप्पो और रियलमी मोबाइल इंडिया ने विदेशी मुद्रा में कहीं-कहीं उच्च आंकड़े प्राप्त किए हैं। इन कंपनियों के साथ ही भारतीय मैन्युफैक्चरिंग कंपनियां भी स्मार्टफोन और इलेक्ट्रॉनिक उत्पाद बना रही हैं। सरकार की प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव (पीएलआई) योजना के तहत कुछ कंपनियों को उत्पादन बढ़ाने में सहायता मिल रही है। चीन पर लगे टैरिफ और तनावों ने चीनी कंपनियों को भारत की ओर मोड़ने पर मजबूर किया है, जिससे भारत वैश्विक इलेक्ट्रॉनिक्स सप्लाई चेन में एक महत्वपूर्ण निर्यात केंद्र बन सकता है। इस उत्थान से मानव समुदाय को नये उत्पादों और तकनीकी उन्नति में लाभ होगा, जिससे भारत की आत्मनिर्भरता में एक महत्वपूर्ण कदम बढ़ा है। सतीश मोरे/14जून ---