मुंबई (ईएमएस)। इजरायल और ईरान के बीच तनाव बढ़ते जा रहे हैं और इसके विभागीय असर को लेकर भारत सरकार सतर्क है। एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक भारत की अर्थव्यवस्था पर इस संघर्ष का बड़ा प्रभाव अभी तक नहीं पड़ा है। हालांकि, अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में तेजी की संभावना है जो भारतीय शेयर बाजार, रुपए की कमजोरी और समुद्री मालवाहन खर्चों में वृद्धि को प्रेरित कर सकती है। वित्त मंत्रालय और अन्य संबंधित संस्थाएं बाजार की स्थिति पर नजर रख रही हैं और अब भी विश्वास है कि भारत की अर्थव्यवस्था मजबूत है और जटिलताओं से निपटने में सक्षम है। यदि कोई असर पड़ता है, तो यह अस्थायी होगा और दीर्घकालिक प्रभाव की संभावना कम है। शुक्रवार को भारतीय शेयर बाजार में 0.7 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई, जो वैश्विक बाजारों की चल रही गिरावट का परिणाम था। निवेशकों में भय का माहौल बनने से सेंसेक्स और निफ्टी दोनों में गिरावट आई। इजरायल द्वारा ईरान पर हमले की खबर से कच्चे तेल की कीमतों में 12 फीसदी की तेजी आई, लेकिन बाद में पता चला कि हमला परमाणु प्रतिष्ठानों पर हुआ था। सतीश मोरे/14जून ---