क्षेत्रीय
14-Jun-2025
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लाडली बहना की किश्त लेकर लौट रही महिला पर गिरा आसमानी कहर, ढोलवाज में पेड़ की चपेट में आई बुजुर्ग की मौत गुना (ईएमएस)| जिलेभर में शुक्रवार को दोपहर बाद अचानक बदले मौसम ने जिले को हिलाकर रख दिया। आसमान में गरजते बादलों के साथ आई तेज आंधी और बारिश ने न सिर्फ जनजीवन को अस्त-व्यस्त किया बल्कि दो घरों से उनकी चिराग भी बुझा दिए। एक ओर बमोरी क्षेत्र के भैंसाटोरी गांव में लाडली बहना योजना की किश्त निकालकर लौट रही एक महिला की रास्ते में बिजली गिरने से मौत हो गई, तो दूसरी ओर ढोलवाज गांव में दशकों पुराना पेड़ भरभरा कर कच्चे मकान पर गिर गया, जिसमें 80 वर्षीय वृद्धा की जान चली गई। इन दो घटनाओं ने पूरे जिले को गमगीन कर दिया है। पहली घटना बमोरी थाना क्षेत्र के ग्राम भैंसाटोरी की है। यहां की निवासी सूरती बाई पत्नी मडिया पटेलिया (40 वर्ष) शुक्रवार को खैरीखता बाजार आई थीं, जहां से उन्होंने लाडली बहना योजना की राशि निकालने के साथ ही सब्जी-भाजी की खरीदारी भी की। शाम लगभग 4 बजे वे अपनी ननद और 12 वर्षीय भतीजी के साथ घर लौट रही थीं, तभी रास्ते में तेज आंधी और बारिश शुरू हो गई। वे जैसे ही गांव के पास पहुंचीं, आसमान से बिजली गिरी और सूरती बाई उसकी चपेट में आ गईं। मौके पर ही उनकी मौत हो गई, जबकि साथ चल रही ननद और भतीजी गिरजाबाई गंभीर रूप से झुलस गईं। हादसे के बाद ननद ने परिजनों को सूचना दी। परिजन मौके पर पहुंचे और महिला को लेकर थाना पहुंचे, जहां से पुलिस ने उन्हें जिला अस्पताल ले जाने की सलाह दी। अस्पताल में डॉक्टरों ने सूरती बाई को मृत घोषित कर दिया और पीएम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया। घायल महिलाएं उपचाररत हैं। इस हृदयविदारक घटना से पूरे गांव में मातम पसर गया है और प्रशासन से मुआवजे की मांग की जा रही है। पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है। दूसरी बड़ी घटना ग्राम ढोलवाज की है, जहां शुक्रवार शाम आंधी के दौरान एक पुराना नीम का पेड़ कच्चे मकान पर गिर गया। मकान में उस समय लच्छोबाई पत्नी श्रीकिशन लोधा (80), मुन्नीबाई (58), दर्शनलाल लोधा (60) और 9 वर्षीय बालक सतीश मौजूद थे। पेड़ गिरते ही चारों मलबे में दब गए। शोर सुनकर आसपास के ग्रामीण मौके पर पहुंचे और राहत कार्य शुरू किया। कड़ी मशक्कत के बाद सभी को बाहर निकाला गया। लच्छोबाई गंभीर रूप से घायल थीं, जिन्हें अस्पताल पहुंचाया गया, लेकिन उपचार के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया। बाकी तीनों सुरक्षित हैं और उन्हें मामूली चोटें आई हैं। बिजली कटौती से मचा हाहाकार, लोग सडक़ों पर उतरे, देर रात बहाल हुई आपूर्ति इधर शुक्रवार दोपहर 3 बजे के बाद से शुरू हुई आंधी और तेज बारिश के साथ ही गुना जिले में बिजली आपूर्ति पूरी तरह ठप हो गई। शहर के अधिकांश क्षेत्रों में रिकॉर्ड 10 से 12 घंटे बिजली गुल रही। रात 11 से 12 बजे के बीच कुछ इलाकों में बिजली आपूर्ति तो शुरू हो गई, लेकिन वह भी पूरी रात आंख मिचौली करती रही। इस कटौती से लोगों को भीषण गर्मी और उमस में भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। बिजली संकट से परेशान लोग देर रात तेलघानी, चिंगगा चौराहा, विवेकानंद कॉलोनी सहित कई इलाकों में सडक़ों पर उतर आए और चक्काजाम कर दिया। पुलिस बल मौके पर पहुंचा और लोगों को समझाइश देकर जाम खुलवाया। दूसरी ओर, ग्रामीण इलाकों में शनिवार सुबह तक बिजली आपूर्ति पूरी तरह ठप रही, जिससे किसानों और अन्य लोगों की दिक्कतें और बढ़ गईं। प्रशासन की ओर से देर रात तक मरम्मत कार्य चलता रहा। वहीं बिजली गिरने से शहर का प्रसिद्ध टेकरी सरकार मंदिर की शिखर क्षतिग्रस्त हो गई। शनिवार को भी राहत नहीं, भारी उमस से बेहाल रहे लोग आंधी-बारिश के अगले दिन शनिवार को भी जिलेवासियों को गर्मी और उमस से कोई राहत नहीं मिल सकी। सुबह से ही तेज धूप और हवा में नमी के चलते वातावरण बेहद चिपचिपा और भारी हो गया। शहर ही नहीं, ग्रामीण क्षेत्रों में भी लोग पसीने से तर-बतर होते नजर आए। बिजली कटौती के असर से अभी भी लोग पूरी तरह उबर नहीं सके हैं। शनिवार को अधिकांश दुकानों, घरों और संस्थानों में इन्वर्टर व जनरेटर से ही काम चलता रहा। बहरहााल शुक्रवार की आंधी-बारिश ने न केवल दो जिंदगियां छीन लीं, बल्कि पूरे जिले में व्यवस्था को बुरी तरह प्रभावित किया। - सीताराम नाटानी (ईएमएस)