क्षेत्रीय
14-Jun-2025
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भिलाई(ईएमएस)। छत्तीसगढ़ पुलिस महानिदेशक अरुण देव गौतम ने कहा कि चाहे वह खाकी वर्दी में पुलिसकर्मी हों या सफेद कोट में चिकित्सक – दोनों समाज के सबसे महत्वपूर्ण स्तंभ हैं। इन दोनों के पास दुखी, पीड़ित और सहायता की उम्मीद लेकर ही लोग आते हैं, और उनकी पीड़ा कम करना हमारा नैतिक दायित्व है। डीजीपी श्री गौतम शनिवार को सेक्टर-6 स्थित अग्रसेन भवन में आयोजित मेगा हेल्थ कैंप में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए। इस स्वास्थ्य शिविर में पुलिसकर्मियों और उनके परिजनों सहित 500 से अधिक लोगों ने विभिन्न स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उठाया। हेल्थ कैंप में मेडिकल जांच, ब्लड टेस्ट, ईसीजी, नेत्र परीक्षण, दवा वितरण, और नि:शुल्क चश्मा जैसी सेवाएं उपलब्ध कराई गईं। साथ ही मौके पर आयुष्मान कार्ड, राशन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस और आधार अपग्रेडेशन की भी व्यवस्था की गई, जिससे शिविर एक समग्र जनसेवा केंद्र बन गया। कार्यक्रम में बोलते हुए डीजीपी श्री गौतम ने कहा पुलिसकर्मी ड्यूटी के कारण अपने परिवार से दूर रहते हैं। ऐसे में उन्हें अपने बुजुर्ग माता-पिता और पत्नी-बच्चों की चिंता सताती है। स्वास्थ्य और शिक्षा की ओर ध्यान देना आज की सबसे बड़ी जरूरत है। हेल्थ और पुलिस दोनों विभागों का कार्य लोगों की तकलीफ को समझना और उसे कम करना है। उन्होंने आगे कहा जानकारी के अभाव में हम छोटी बीमारी को भी गंभीर बना लेते हैं। इसीलिए ऐसे स्वास्थ्य शिविरों की महत्ता और भी बढ़ जाती है। हमने सुझाव दिया है कि सभी पुलिसकर्मियों और उनके परिवारों का हेल्थ डाटा संग्रह किया जाए ताकि समय पर इलाज मिल सके। इस अवसर पर आईजी दुर्ग रेंज रामगोपाल गर्ग, एसएसपी विजय अग्रवाल, वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. सुधीर गांगेय, डॉ. एपी सावंत, डॉ. बसंत वर्मा समेत विभिन्न विशेषज्ञ चिकित्सकों ने अपनी सेवाएं दीं। आईजी गर्ग ने कहा डीजीपी के मार्गदर्शन और एसएसपी विजय अग्रवाल की पहल से यह शिविर सफल हुआ। पुलिस ड्यूटी 24x7 होती है, इसलिए हमें नियमित व्यायाम, संतुलित खानपान और स्वास्थ्य जांच पर जोर देना होगा। एसएसपी अग्रवाल ने कहा कि शिविर में छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल (CAF), STF, SAF और जिला पुलिस के जवानों व उनके परिवारों ने उत्साह से भाग लिया। भविष्य में भी इस तरह के शिविर पूरे दुर्ग जिले में आयोजित किए जाएंगे। 16 विभागों के विशेषज्ञ चिकित्सकों ने हेल्थ कैंप में अपनी सेवाएं दीं। इनमें मेडिसिन, हड्डी, नेत्र, त्वचा, दंत, स्त्री रोग, किडनी, हृदय, कैंसर, न्यूरोलॉजी, ईएनटी, गैस्ट्रो और चाइल्ड स्पेशलिस्ट आदि शामिल रहे। कार्यक्रम के अंत में डीजीपी श्री गौतम ने सेवा देने वाले डॉक्टरों को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। इसके अलावा रिटायर्ड सीएसपी आरपी शर्मा सहित विशिष्ट अतिथियों को भी प्रतीक चिन्ह प्रदान किए गए। ईएमएस(शमशीर सिवानी)14 जून 2025