अहमदाबाद की घटना के बाद उठने लगे सवाल जबलपुर, (ईएमएस)। अहमदाबाद में हुए हालिया एयर इंडिया विमान हादसे के बाद देशभर के हवाई अड्डों की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठने लगे हैं। इसी क्रम में 450 करोड़ रुपये की लागत से बने जबलपुर के डुमना एयरपोर्ट की सुरक्षा व्यवस्था भी सवालों के घेरे में आ गई है। बीते वर्षों में यहां कई छोटी-बड़ी घटनाएं हो चुकी हैं, जो किसी बड़े हादसे में तब्दील हो सकती थीं। गौरतलब है की करीब 750 एकड़ क्षेत्र में फैला डुमना एयरपोर्ट दिखने में भले ही अत्याधुनिक नजर आता हो, लेकिन हकीकत में यह कई गंभीर सुरक्षा खामियों से जूझ रहा है। एयरपोर्ट के आसपास जंगल होने की वजह से जंगली जानवर रनवे तक आ पहुंचते हैं। 4 फरवरी 2025 को ऐसा ही एक वाकया सामने आया जब एक सियार रनवे के पास घुस गया। उस वक्त रनवे पर एक प्राइवेट प्लेन खड़ा था। गनीमत रही कि सियार उड़ान या लैंडिंग के वक्त रनवे पर नहीं आया, वरना बड़ा हादसा हो सकता था। मामूली बारिश में गिरा स्ट्रक्चर.. 27 जून 2024 को हुई भारी बारिश ने एयरपोर्ट की सुरक्षा दीवार को गिरा दिया। आनन-फानन में उसे पुनर्निर्मित किया गया, लेकिन यह घटना बताती है कि बुनियादी ढांचा कितना कमजोर है। अगस्त 2024 में बाहर लगी केनोपी तेज हवाओं में उखड़ गई और 3 मई 2025 को एयरपोर्ट का कांच का दरवाजा भी हवा के झोंकों से टूट गया। ऐसी घटनाएं एयरपोर्ट की निर्माण गुणवत्ता और प्रबंधन पर गंभीर सवाल खड़े करती हैं। लगातार हो रहे छोटे बड़े हादसे......... बीते कुछ वर्षों में डुमना एयरपोर्ट पर कई तकनीकी और सुरक्षा से जुड़ी घटनाएं सामने आई हैं। 19 दिसंबर 2023 को एलाइंस एयर के विमान की विंडस्क्रीन उड़ान के दौरान फट गई, जिसे पायलट ने सूझबूझ से हैंडल कर डुमना एयरपोर्ट पर सुरक्षित लैंडिंग कराई। 12 जनवरी 2022 को दिल्ली से आई एयर इंडिया की फ्लाइट लैंडिंग के बाद रनवे से फिसल गई। विमान का पिछला टायर फट गया और वह अनियंत्रित होकर संकेतक लाइट तोड़ते हुए रनवे से बाहर चला गया। हालांकि, किसी यात्री को नुकसान नहीं हुआ। 4 दिसंबर 2015 को स्पाइस जेट की फ्लाइट मुंबई से डुमना पहुंची, तभी रनवे पर एक सुअर टकरा गया। विमान रनवे से उतर गया था, लेकिन यात्री बाल-बाल बच गए। इस घटना के बाद डीजीसीए ने एयरपोर्ट का लाइसेंस भी अस्थायी रूप से रद्द कर दिया था। बोइंग विमानों के लिये अक्षम!......... 2 फरवरी 2023 को स्पाइसजेट ने जबलपुर समेत अन्य रूट्स पर अपने बोमबार्डियर विमानों को हटाकर बोइंग विमान तैनात किए थे। लेकिन महज एक महीने बाद 2 मार्च 2023 को कंपनी ने जबलपुर से सभी बोइंग उड़ानें अचानक बंद कर दीं और पूरी तरह से एयरपोर्ट से ऑपरेशन समेट लिया। यह फैसला भी इस एयरपोर्ट की क्षमता और विश्वसनीयता पर सवाल खड़ा करता है। विस्फोट की धमकी से भी मचा था हड़कंप...... 2 सितंबर 2024 को इंडिगो की फ्लाइट में 69 यात्री और चार क्रू सदस्य सवार थे। उड़ान के दौरान वॉशरूम में क्रू मेंबर को एक कागज मिला, जिसमें नीले रंग से लिखा था विस्फोट 9। इस धमकी के बाद विमान की आपातकालीन लैंडिंग करवाई गई और सुरक्षा एजेंसियों को सूचना दी गई। हालांकि, बाद में यह एक फर्जी अलार्म निकला, लेकिन इससे यह जाहिर हुआ कि हवाई सुरक्षा व्यवस्था में कितनी बड़ी चूक हो सकती है। वर्तमान में उपलब्ध उड़ान सेवाएं......... फिलहाल जबलपुर एयरपोर्ट से दिल्ली, मुंबई, हैदराबाद, इंदौर, बिलासपुर, भोपाल और बेंगलुरु के लिए नियमित उड़ानें संचालित हो रही हैं। लेकिन बीते हादसों को देखते हुए यात्रियों के मन में लगातार यह सवाल बना हुआ है कि क्या डुमना एयरपोर्ट भविष्य में किसी बड़े हादसे का केंद्र बन सकता है? सुनील साहू / शहबाज / 14 जून 2025/ 05.05