14-Jun-2025
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तेहरान (ईएमएस)। ईरान की राजधानी तेहरान में कई जगह से धुआं उठ रहा है। राहत-बचाव के काम में लगी गाड़ियों के सायरन बज रहे हैं। इजराइल के हमलों में ईरानी सेना के टॉप 20 कमांडर मारे जाने की खबरें हैं। मरने वालों में 6 परमाणु वैज्ञानिक भी हैं। उधर, तेहरान से करीब 150 किमी दूर कोम शहर की जमकारन मस्जिद पर लाल रंग का का झंडा फहराया जा रहा है। मस्जिद के बाहर हजारों लोग जमा हैं, जो इजराइल को खत्म करने की नारेबाजी कर रहे हैं। ईरानी सरकार के एक टॉप अधिकारी ने बताया कि अब बातचीत का वक्त खत्म हो चुका है। इजराइल ने घातक हमले किए हैं। किसी ने नहीं सोचा था कि इस तरह हमला होगा। हमारे जनरल सलामी की मौत हो गई है। जिन न्यूक्लियर साइंटिस्ट की मौत हुई है, वे परमाणु कार्यक्रम में सक्रिय तरीके से जुड़े भी नहीं थे।’ देश अभी युद्ध की कगार पर है, इसलिए ईरान के अधिकारी और लोग मीडिया के सामने पहचान जाहिर नहीं करना चाहते। सरकार से हिदायत मिली है कि विदेशी मीडिया से बात न करें। हालांकि, उनकी बातों से साफ है कि हमले में ईरान को काफी नुकसान पहुंचा है। इजराइल के अटैक के बाद ईरानी संसद के अध्यक्ष मोहम्मद बाघेर गाबिलफ ने कहा, ‘बदला लेने का समय आ गया है। यह बदला किसी भी तरीके और हथियार के जरिए लिया जा सकता है।’ इससे पहले इजराइली एयरफोर्स ने शुक्रवार सुबह ईरान पर 200 फाइटर जेट्स से हमला किया था। टारगेट पर तेहरान समेत आसपास के 6 सैन्य ठिकाने थे। इनमें से 4 जगह परमाणु फैसिलिटी सेंटर हैं। ईरानी मीडिया ने इजराइली हमले में आम लोगों के मारे जाने का दावा किया है। रिहायशी बिल्डिंगों को भी नुकसान पहुंचा है। आशीष दुबे / 14 जून 2025