15-Jun-2025
...


वेस्टइंडीज के आक्रामक विेकेटकीपर बल्लेबाज निकोलस पूरन के केवल 29 साल की उम्र में अंतराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने से दिग्गज क्रिकेटरों के साथ ही प्रशंसक भी हैरान है। उन्हें समझ नहीं आ रहा है कि अच्छे प्रदर्शन के बाद भी पूरन ने इतनी जल्दी संन्यास क्यों लिया। साल 2015 में चोटिल होने के बाद डॉक्टरों ने पूरन से कहा था कि वह अब शायद ही आगे खेल पायें। इसके बाद भी इस क्रिेकेटर ने अपनी मेहनत, रिहैब और इच्छाशक्ति के बल पर वापसी करते 60 से ज्यादा एकदिवसीय और 100 से ज्यादा टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच वेस्टइंडीज के लिए खेले हैं। ऐसे में जब उनकी फिटनेस भी अच्छी है और उनका बल्ला भी अच्छा चल रहा है तब उनके संन्यास का कारण समझ में नहीं आ रहा। इन हालातों में उनके संन्यास को लेकर अलग-अलग कारण बताये जा रहे हैं। 1 विदेशी लीग में मिलने वाला पैसा इसका एक सबसे बड़ा कारण विदेश लीग में खेलने का अधिक समय मिलना है। पूरन ने हाल ही मैं आईपीएल में भी खेला था। विदेश लीग में जितन पैसा वह कमा सकते हैं। उसका अच्छा भी वेस्टइंडीज की ओर से खेलने में नहीं मिलेगा। वह अगर टीम के लिए 10 साल खेलें तब जाकर उनको इतने पैसे मिलेंगे, जितनी उनकी आईपीएल 2025 की कमाई थी। करीब दो करोड़ रुपये एक सत्र के लिए वेस्टइंडीज के खिलाड़ियों को मिलते हैं, जबकि आईपीएल 2025 सत्र में ही दो महीने में पूरन ने 21 करोड़ कमा लिए हैं। ऐसे में उनके संन्यास का सबसे बड़ा कारण है अब वह अलग-अलग लीग में खेलकर मोटी कमाई कर सकेंगे। 2 बोर्ड से मतभेद इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच हाल ही में तीन मैचों की एकदिवसीय मैचों सीरीज और इतने ही मैचों की अब टी20 सीरीज खेली जा रही है। इस सीरीज के लिए पूरन ने ये कहकर नाम वापस ले लिया था कि वह आईपीएल में व्यस्त हैं। हालांकि, वे टी20 सीरीज के लिए उपलब्ध हो सकते थे पर फिर भी वे इस सीरीज से दूर रहे। ऐसे में माना जा रहा है कि उनके और बोर्ड के बीच मतभेद होंगे। ये भी उनके संन्यास का कारण हो सकता है। 3 मानसिक थकान जब आप लंबे समय तक क्रिकेट खेलते हैं तो आपको शारीरिक थकान होती ही है, लेकिन साथ में मानसिक थकान भी इन दिनों एक बड़ी समस्या है। हो सकता है कि इन्हीं चीजों से बचने के लिए उन्होंने संन्यास लिया हो। आईपीएल 2025 के बाद उनको अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलनी थी और फिर कुछ महीने बाद कैरेबियन प्रीमियर लीग का आयोजन होना है। अगर कोई क्रिकेटर दो प्रारुप में खेलता है और दो या इससे ज्यादा लीग में खेलता है तो उसके पास तरोताजा होने का का पर्याप्त समय नहीं होता है। ऑस्ट्रेलिया ने पिछले साल की शुरुआत में डेविड वॉर्नर के टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद से ही ख्वाजा के साथ स्टीव स्मिथ, नाथन मैकस्वीनी, ट्रेविस हेड और सैम कोंस्टास को आजमाया पर कोई भी अधिक सफल नहीं हुआ है। ऐसे में ऑस्ट्रेलियाई टीम नंबर-3 पर उतर रहे मार्नस लाबुशेन को क्रम में ऊपर भेजने पर भी विचार कर रही है। 15 जून ईएमएस फीचर