पत्नि ससुराल आने को नहीं थी राजी, पति ने बना डाली भयानक योजना -रात को पत्नि के पास ठहरा, सुबह के सोते समय पैट्रोल डालकर लगा दी आग -खुद पर भी पैट्रोल डालकर आग लगाई, साले को भी मारना चाहता था भोपाल(ईएमएस)। राजधानी भोपाल में देहात इलाके के ईटखेड़ी थाना इलाके में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। यहॉ एक विवाहिता पति से अनबन के कारण अपने मायके में जाकर रहने लगी थी। पति उसे साथ लेने के लिये उसके घर पहुंचा लेकिन पत्नी ने साथ जाने से मना कर दिया। इस पर पति ने मन ही मन भयानक योजना बना डाली और उसे अंजाम देने के लिये रात को ससुराल में ही रुकने का फैसला किया। अगली सुबह तड़के करीब 5 बजे जब पत्नि सहित उसका पूरा परिवार गहरी नींद में था। तब पति ने पहले साले पर फिर पत्नी पर पैट्रौल छिड़का और पत्नि को आग लगा दी। इसी बीच पेट्रोल की महक से साले की नींद खुल गई और उसने फौरन दूसरे कमरे में भागकर अपनी जान बचाई। इधर पत्नी को जलता हुआ देख बाद पति ने खुद पर भी पेट्रोल छिड़ककर आग लगा ली। घटना बीती 9 जून की है, दोनो को इलाज के लिये अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहॉ इलाज के दौरान रविवार रात करीब 2:30 पत्नि और अलसुबह 5 बजे पति की मौत हो गई। मामले में थाना पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक अरवलिया ईटखेड़ी में रहने वाला दीपक मेहरा पिता राप्रसाद मेहरा (45) मेहनत-मजदूरी का काम करता था। उसकी शादी करीब 15 साल पूर्व हुई थी। उसके परिवार में पत्नि राधिका मेहरा सहित 15 साल का बेटा और 12 साल की बेटी है। पास में ही पत्नि राधिका का मायका है। पति से विवाद के चलते पत्नी राधिका बेटे और बेटी को अपने साथ लेकर अपने मायके चली गई थी। घटना की शाम दीपक पत्नि को लेने के लिये ससुराल गया था, लेकिन राधिका ने लौटने से मना कर दिया। इसके बाद दीपक भी रात को सोने के लिये ससुराल में ही रुक गया। एक ही कमरे में पत्नि राधिका, पति दीपक और राधिका का छोटा भाई लालू सो रहे थे। सुबह करीब 5 बजे दीपक उठा और पहले उसने सो रहे साले लालू पर और फिर पत्नि पर पेट्रोल छिड़का। इसी बीच नीदं खुलने पर लालू जान बचाकर दूसरे कमरे में भाग गया। इधर दीपक ने पत्नि को आग लगा दी, और उसे जलता देख खुद पर भी पैट्रौल डालकर आग लगा ली। लालू की चीख पुकार सुनकर परिवार वालो की नींद खुल गई और जैसै-तैसै उन्होनें दोनो को आग की चपेट से छुड़ाकर इलाज के लिये अस्पताल लेकर पहुंचे थे। परिजन जब तक दोनों को आग की लपटो से बचा पाते तब तक दंपत्ति 60 फीसदी से अधिक झुलस चुके थे। दोनों को नाजूक हालत में इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया गया। वहां बर्न वार्ड में दोनों को भर्ती कर उपचार किया जा रहा था। करीब पांच दिन चले इलाज के बाद बीती रात करीब ढाई बजे दीपक मेहर की मौत के कुछ घंटो बाद राधिका ने भी दम तोड़ दिया। पुलिस ने मर्ग कायम कर दोनों के शवों का पोस्टमॉर्टम हमीदिया मर्चुरी में कराने के बाद परिवार वालो को सौंप दिया है। पुलिस का कहना है कि गंभीर रुप से झुलसे दीपक और राधिका के अस्पताल में भर्ती रहने के कारण उनके मृत्यु पूर्व बयान दर्ज नहीं किए जा सके थे। आगे की जॉच में परिजनों के डिटेल बयान दर्ज किए जायेगें जिसके बाद ही सही कारण साफ हो सकेगा। महिला के परिवार वालो का आरोप है कि पति दीपक शराब पीने का आदि था। पति की शराब की लत के कारण परिवार की आर्थिक स्थिति और बच्चों का भविष्य बेहतर बनाने के लिए वो पति को शराब छोड़ने की समझाइश देती थी। इस बात पर दीपक उससे झगड़ा करता था, पति की शराब की लत और आये दिन के विवाद से परेशान होकर पत्नी बीते दिनों मायके में रहने लगी थी। शुरुआती जांच में दीपक के नशे की हालत में वारदात को अंजाम देने की बात सामने आई है। पुलिस ने आगे की जांच शुरू कर दी है। जुनेद / 15 जून