राष्ट्रीय
17-Jun-2025


नई दिल्ली (ईएमएस)। थल सेनाध्यक्ष (सीओएएस) जनरल उपेन्द्र द्विवेदी और पूर्व सेना प्रमुखों (सीएसओएएस) का दो दिवसीय सुव्यवस्थित विचार-विमर्श कार्यक्रम सेना प्रमुखों का चिंतन आज नई दिल्ली में शुरू हुआ। ऑपरेशन सिंदूर के बाद आयोजित इस सम्मेलन का उद्देश्य पूर्व सेना प्रमुखों के संस्थागत अनुभव और ज्ञान का लाभ उठाने के लिए एक मंच प्रदान करना है। इस अवसर पर जनरल द्विवेदी ने पूर्व सेना प्रमुखों का स्वागत किया और भारतीय सेना के लिए किये जा रहे आमूलचूल परिवर्तन व भविष्य की रूपरेखा को आकार देने में उनकी निरंतर भागीदारी के महत्व को उजागर किया। आज के कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण ऑपरेशन सिंदूर पर केंद्रित व्यापक सैन्य कार्रवाई आधारित वार्ता थी, जिसमें भारतीय वायु सेना और नौसेना के मध्य समन्वित संचालन भी शामिल था। इस ऑपरेशन के क्रियान्वयन, रणनीतिक प्रभाव एवं सहभागिता के मॉडल को विस्तार से प्रस्तुत किया गया ताकि इसकी प्रासंगिक समझ प्रदान की जा सके और पूर्व सेना प्रमुखों से उनके विचारों को जाना जा सके। पूर्व सेना प्रमुखों को परिचालन क्षमताओं को बढ़ाने के उद्देश्य से विशिष्ट प्रौद्योगिकियों और आधुनिकीकरण गतिविधियों के बारे में भी जानकारी दी गई। स पूर्व सेना प्रमुखों ने क्षमता वृद्धि एवं संगठनात्मक सुधार की दिशा में भारतीय सेना के चल रहे प्रयासों में योगदान देने वाले उपयोगी विचार रखे और सिफारिशें साझा कीं। यह संवाद भारतीय सेना को भविष्य के लिए तैयार रखने के उद्देश्य से सैन्य नेतृत्व की निरंतरता और सामूहिक प्रतिबद्धता की पुष्टि करता है। सुबोध\१७\०६\२०२५