18-Jun-2025
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* मेडिकल कॉलेज और चिकित्सालय में सीधे रिपोर्टिंग की अनुमति नहीं * जनसंपर्क अधिकारी ही उपलब्ध कराएंगे जानकारी * मंत्रिपरिषद की बैठक में लिए गए अनेक महत्वपूर्ण निर्णय कोरबा (ईएमएस) चिकित्सालयो में मरीज के साथ कुछ भी हो जाए, उनके परिजन कितना भी हाए तौबा मचा ले, लेकिन अब जब तक अस्पताल प्रबंधन नहीं चाहेगा, कोई भी पत्रकार उनसे बात नहीं कर सकेगा। यदि किसी ने बिना अनुमति न्यूज कवरेज करने की चेष्टा की तो उसके विरुद्ध कार्यवाही होगी। छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य सचिव द्वारा ऐसा निर्देश सभी मेडिकल कॉलेज और चिकित्सालयो को दिया गया है। प्रदेश के सभी जिलों में छत्तीसगढ़ चिकित्सा विभाग के सचिव ने एक नया फरमान जारी किया है, जिसके तहत अब कोई भी पत्रकार चिकित्सालय में प्रवेश कर किसी घटना दुर्घटना की जानकारी सीधे नहीं ले सकेगा। चिकित्सालय में कैसी भी अव्यवस्था हो, उसे कैमरे में कैद कर वह खबर नहीं लगा सकता। मेडिकल कॉलेज अस्पताल से संबंधित किसी भी खबर के लिए नियुक्त किए जाने वाले जनसंपर्क अधिकारी से संपर्क करना होगा। इस आदेश का पूरे छत्तीसगढ़ में विरोध शुरू हो गया है। कांकेर प्रेस क्लब द्वारा आदेश की प्रति जलाकर विरोध प्रदर्शन करते हुए कहा गया है की 3 दिन के भीतर इस तुगलकी फरमान को वापस नहीं लिया गया तो उग्र आंदोलन किया जाएगा। स्वास्थ्य सचिव द्वारा जारी इस आदेश की निंदा छत्तीसगढ़ के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री टी.एस. सिंह देव ने भी की है। इस आदेश की प्रति मेडिकल कॉलेज कोरबा प्रबंधन को भी मिल गई है। अब कोई भी मीडिया कर्मी अस्पताल में सीधे प्रवेश कर खबर कव्हर नहीं कर पाएगा। इसे लेकर कोरबा के पत्रकारों में भी गहन रोष व्याप्त है। 18 जून / मित्तल