मुम्बई (ईएमएस)। इंग्लैंड के खिलाफ लीड्स में शुरुवार से इंग्लैंड के खिलाफ शुरु हो रहे पहले क्रिेकेट टेस्ट मैच में भारतीय टीम के तेज गेंदबाजों को निर्णायक भूमिका निभानी होगी। इसका कारण ये है कि इंग्लैंड की उछाल भारी पिचों पर तेज गेंदबाज प्रभावी साबित होते रहे हैं। : पिछले कुछ साल भारतीय टीम के अच्छे प्रदर्शन में तेज गेंदबाज की अहम भूमिका रहे । ऐसे में इंग्लैंड में साल 2007 के बाद जीत हासिल करना चाह रही भारतीय टीम की ओर से जसप्रीत बुमराह सहित सभी अन्य गेंदबाजों को 20 विेकेट लेने होंगे। रोहित शर्मा और विराट कोहली के संन्यास के बाद टीम की बल्लेबाजी में अनुभव की कमी है। ऐसे में इस कमी को गेंदबाज ही पूरी कर सकते हैं। भारत और इंग्लैंड के बीच 20 जून से लीड्स में पांच टेस्ट मैचों की सीरीज की शुरुआत होगी जिसमें बुमराह के अलावा मो सिराह , प्रसिद्ध कृष्णा , अर्शदीप सिंह सिंह पर गेंदबाजी की जिम्मेदारी होगी। बुमराह को इसमें आगे बढ़कर नेतृत्व करना होगा। बुमराह की गेंदबाजी क्षमता और अनुभव को देखते हुए उनसे टीम को बहुत उम्मीदें हैं। अपनी गति और दिशा को बदलकर वह बल्लेबाजों को हैरान करने में माहिर हैं। बुमराह नई गेंद से विकेट लेने और विपक्षी टीम पर दबाव बनाने का तरीका भी जानते है। हालांकि बुमराह सभी 5 टेस्ट मैचों के लिए उपलब्ध नहीं होंगे लेकिन उन्की मौजूदगी से टीम को मजबूती मिलेगी। बुमराह के साथ सिराज, कृष्णा व अर्शदीप सिंह पर भी बेहतर प्रदर्शन की जिम्मेदारी रहेगी। सिराज इस दौरान आगे बढ़कर भूमिका निभाते नजर आ सकते हैं जिससे वह बुमराह की अनुपस्थिति में तेज गेंदबाजी की कमान संभाल सकें। मोहम्मद सिराज के अलावा शार्दुल ठाकुर और प्रसिद्ध कृष्णा के लिए यह एक बड़ा अवसर है कि वे अपने खेल से प्रभावित करें। अर्शदीप को भी इस टेस्ट सीरीज में डेब्यू का अवसर मिला सकता है। इंग्लैंड में बुमराह ने अब तक 9 मैचों में 37 विकेट लिए हैं जबकि सिराज ने 6 मैचों में 23 विकेट लिए है। गिरजा/ईएमएस 19जून 2025