- शादी के पहले ही रिश्ते टूट रहे हैं - जापान-दक्षिण कोरिया से ज्यादा तलाक चीन में बीजिंग (ईएमएस)। चीन में आर्थिक मंदी की आहट शुरू हो गई है। चीन में बेरोजगारी लगातार बढ़ती चली जा रही है। इसका असर दांपत्य जीवन पर पड़ने लगा है। आर्थिक कारणों से पति पत्नी के बीच तलाक के मामले बड़ी तेजी के साथ बढ़ते चले जा रहे हैं। चीन में तलाक एजेंटों का काम लगातार बढ़ रहा है। नेशनल ब्यूरो ऑफ़ स्टेटिस्टिक्स की ओर से 2024 के तलाक आंकड़े अभी घोषित नहीं हुए है।विष्कासिन मेडिसिन विश्वविद्यालय के रिसर्च के अनुसार चीन की तलाक दर 2.6 प्रति हजार पर पहुंच गई है।कोविड महामारी के दौरान तलाक की दर दो फ़ीसदी से कम थी। जापान में तलाक की दर 1.5 तथा दक्षिण कोरिया में 1.8 प्रति हजार है।उसकी तुलना में चीन की तलाक दर सबसे ज्यादा है। चीन में तलाक की मांग बड़ी तेजी के साथ बढ़ती चली जा रही है। इसका मुख्य कारण महंगाई और आय की तुलना में खर्च ज्यादा है। पति-पत्नी के बीच में खर्च को लेकर रोजाना विवाद होते हैं। शादीशुदा जोड़ों के ऊपर वित्तीय दबाव बहुत तेजी के साथ बढ़ रहा है। जिसके कारण तलाक के मामले बढ़ते चले जा रहे हैं। शादी के लिए जो रिश्ते तय होते हैं। शादी होने के पहले ही वह रिश्ते आर्थिक कारणों से टूटने लगे हैं। तलाक लेने वाली वेबसाइट के ऊपर लगातार दबाव बढ़ता चला जा रहा है। इसके लिए लोगों को तलाक के पोर्टल की कतार में ऑनलाइन लगना पड़ता है। आवेदन भरने में भी लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। इसका फायदा तलाक एजेंट उठाते हैं। वह रात रात भर जागकर पोर्टल में तलाक के आवेदन का रजिस्ट्रेशन करते हैं। बाकी प्रक्रिया में भाग लेते हैं। जिसके कारण चीन में तलाक एजेंटों की मांग बड़ी तेजी के साथ बढ़ रही है। एसजे/ 19 जून 25